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केरल के लिए आपदाओं, घोटालों और राजनीतिक उतार-चढ़ाव से भरा रहा यह साल

वायनाड के तीन गांवों को नष्ट करने वाले विनाशकारी भूस्खलन, लोकसभा चुनावों में कांग्रेस का शानदार...
केरल के लिए आपदाओं, घोटालों और राजनीतिक उतार-चढ़ाव से भरा रहा यह साल

वायनाड के तीन गांवों को नष्ट करने वाले विनाशकारी भूस्खलन, लोकसभा चुनावों में कांग्रेस का शानदार प्रदर्शन और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा की पहली चुनावी जीत ऐसी महत्वपूर्ण घटनाएं हैं जिन्होंने 2024 में केरल के सामाजिक-राजनीतिक परिदृश्य को आकार दिया।

न्यायमूर्ति हेमा समिति की रिपोर्ट के जरिए मलयालम फिल्म उद्योग में यौन शोषण और उत्पीड़न के खुलासे के साथ ही राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई। इस रिपोर्ट के सामने आने के बाद सत्तारूढ़ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के विधायक एवं अभिनेता एम. मुकेश सहित कुछ प्रमुख अभिनेताओं के खिलाफ बलात्कार के आरोप लगे।

मूसलाधार बारिश के कारण वायनाड के चूरलमाला और मुंडक्कई क्षेत्रों में 30 जुलाई को बड़े पैमाने पर भूस्खलन हुआ, जिसके परिणामस्वरूप 200 से अधिक लोगों की मौत हो गई, कई लोग घायल हुए और हजारों लोग बेघर हो गए। इसे केरल के इतिहास की सबसे भीषण प्राकृतिक आपदाओं में से एक माना जाता है। सैकड़ों लोग मलबे में दब गए और कई लोगों को सेना एवं अन्य बचाव एजेंसियों ने बाहर निकाला।

इस आपदा ने दक्षिणी राज्य में बेहतर आपदा प्रबंधन और तैयारियों की तत्काल आवश्यकता को फिर से उजागर कर दिया। जलवायु परिवर्तन के कारण राज्य को अक्सर मौसम की प्रतिकूल परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है।

राज्य में पुनर्वास के प्रयास धीमे होने के कारण इस आपदा के पीड़ितों का जीवन पटरी पर नहीं लौट पा रहा। राज्य सरकार ने आरोप लगाया है कि इस धीमी गति का कारण केंद्र सरकार का कथित भेदभावपूर्ण रवैया है जिसके खिलाफ उसने अदालत का दरवाजा खटखटाया है।

पुनर्वास प्रयासों को लागू करने में एक और बाधा उस समय दूर हो गई जब केरल उच्च न्यायालय ने फैसला सुनाया कि सरकार भूस्खलन से पीड़ितों के लिए एक ‘मॉडल टाउनशिप’ बनाने के लिए दो निजी संपदाओं से भूमि का अधिग्रहण कर सकती है और इसी के साथ अदालत ने सरकार के निर्णय को चुनौती देने वाली कंपनियों की याचिकाओं को खारिज कर दिया।

राजनीतिक क्षेत्र में केरल में कुछ आश्चर्यजनक परिणाम देखेने को मिले। लोकसभा चुनाव के दौरान राज्य में कांग्रेस के नेतृत्व वाले विपक्षी संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा (यूडीएफ) ने मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के नेतृत्व वाले वाम लोकतांत्रिक मोर्चा(एलडीएफ) को हराया। यूडीएफ ने 18 लोकसभा सीट जीतीं, जबकि वामपंथी केवल एक सीट जीत सके।

हालांकि, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लिए खुशी की बात यह रही कि दक्षिणी राज्य में उसने अपनी पहली लोकसभा सीट जीती। त्रिशूर के मतदाताओं ने अभिनेता से नेता बने सुरेश गोपी को समर्थन देकर भाजपा को इस सीट से जिताया।

विश्लेषकों का कहना है कि ये चुनाव परिणाम दक्षिणी राज्य में मतदाताओं की पसंद में संभावित बदलाव को दर्शाते हैं।

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने भी केरल से इस साल पहली बार चुनाव मैदान में कदम रखा। उन्होंने नवंबर में हुए वायनाड लोकसभा उपचुनाव में चार लाख से अधिक मतों के भारी अंतर से जीत हासिल की।

उन्होंने कुछ महीने पहले अपने भाई राहुल गांधी द्वारा दर्ज की गई जीत के अंतर को पीछे छोड़ दिया। लोकसभा चुनाव में इस सीट से राहुल गांधी ने जीत हासिल की थी। उन्होंने उत्तर प्रदेश की रायबरेली सीट से भी जीत हासिल की थी जिसके कारण उन्होंने वायनाड सीट छोड़ दी और उनकी बहन ने उपचुनाव में जीत हासिल की।

मलयालम सिनेमा जगत में चौंकाने वाले खुलासों की पटकथा से उस समय पर्दा हटा, जब यौन शोषण के संबंध में न्यायमूर्ति हेमा समिति की रिपोर्ट सुर्खियों में आई। कई अभिनेताओं पर लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों के कारण ‘एसोसिएशन ऑफ मलयालम मूवी आर्टिस्ट्स’ (एएमएमए) की कार्यकारी समिति को भंग कर दिया गया।

ऐसे आरोपों की जांच के लिए गठित केरल पुलिस के विशेष जांच दल ने मुकेश, सिद्धीकी और एडावेला बाबू समेत कई अभिनेताओं के खिलाफ जांच की।

केरल ने इसी साल अपनी एक महान साहित्यिक हस्ती एम टी वासुदेवन नायर को खो दिया। प्रसिद्ध मलयालम लेखक एवं ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित नायर का 25 दिसंबर को निधन हो गया। वह 91 वर्ष के थे।

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