फिल्म निर्देशक कल्याणी सिंह की आगामी फिल्म "नानक नाम जहाज है" 24 मई 2024 को रिलीज होने जा रही है। फिल्म को रिलाइंस एंटरटेनमेंट के बैनर तले दुनिया भर में रिलीज किया जा रहा है। फिल्म का निर्देशन और लेखन कार्य कल्याणी सिंह ने किया है। फिल्म के सह निर्माता अमित अवस्थी हैं। फिल्म में मुख्य भूमिका अभिनेता मुकेश ऋषि, विंदु दारा सिंह, डॉली मट्टू, दृष्टि ग्रेवाल, सरदार सोही आदि कलाकारों ने निभाई है।
फिल्म की कास्टिंग के बारे में बताते हुए निर्देशक कल्याणी सिंह ने कहा "हमारी फिल्म इंडस्ट्री में एक से एक धुरंधर कलाकार मौजूद हैं मगर जिन जिन कलाकारों को जिस जिस किरदार के लिए चुना गया है, जब आप फिल्म देखेंगे तो आपको खुद अहसास होगा कि फिल्म में जो कलाकार हैं, उस किरदार को सिर्फ वही निभा सकते थे और कोई विकल्प नहीं।"
फिल्म की कहानी के चुनाव के विषय में जानकारी देते हुए कल्याणी सिंह ने कहा "मैंने फिल्म "नानक नाम जहाज है" के बारे में बहुत सुना था। मैंने सुना था कि इस फिल्म को देखने के लिए लोग जूते, चप्पल उतारकर थियेटर में जाते थे। लेकिन सही मायनों में इस फिल्म से मेरा परिचय मेरे पति मान सिंह जी ने कराया। मान सिंह जी ने अपने पत्रकारिता के दिनों में "नानक नाम जहाज है" के निर्देशक का इंटरव्यू किया था। तभी से उनके मन में इस फिल्म को लेकर विशेष भावना घर कर गई थी।मैंने सोचा कि मुझे इस टाइटल से फिल्म बनानी है। मगर रास्ता आसान नहीं था। जब मैंने और मान सिंह जी ने फिल्म निर्माण की योजना बनानी शुरु की तो हमारे आगे कई चुनौतियां थीं। अव्वल तो हमारे पास वो बजट नहीं था कि हम फिल्म इंडस्ट्री के बड़े स्टार्स को अपनी फिल्म में कास्ट कर पाते। इसलिए हमें कुछ तो ऐसा ठोस और दमदार चाहिए था, जिसके आधार पर फिल्म की मजबूत नींव रखी जा सकती हो। आज की सच्चाई तो यही है कि कॉन्टेंट चाहे जितना अच्छा हो, फिल्म की कामयाबी के लिए स्टार, ब्रांड चाहिए होता है। हम अपनी फिल्म का आधार ढूंढ़ रहे थे कि मान सिंह जी के मन में ख्याल आया कि हमें "नानक नाम जहाज है" के टाइटल से फिल्म बनानी चाहिए। एक तो यह टाइटल ही अपने आप में सुपरहिट रहा है और दूसरा इसमें बाबा नानक का नाम शामिल है, जिसके बाद इसे किसी स्टार या ब्रांड की जरूरत नहीं पड़ती। हमें टाइटल के इस्तेमाल के लिए ओरिजिनल फिल्म के निर्माताओं से अधिकार लेने थे। इसमें 2 वर्ष का समय बीत गया। आखिरकार बाबा नानक की कृपा से, 2 साल के इंतजार के बाद हमें फिल्म का टाइटल मिल गया।
फिल्म को लेकर अपनी तैयारियों के विषय में बताते हुए कल्याणी सिंह ने कहा "फिल्म के टाइटल से बाबा नानक का नाम जुड़ा था। इसलिए हमारी जिम्मेदारी कहीं बड़ी थी। हमने जिम्मेदारी समझते हुए एक अच्छी कहानी की तलाश शुरु की। लेकिन काफी खोजबीन के बाद भी हमें ऐसी कहानी नहीं मिली, जो दिल को सुकून पहुंचा सके। तब मैंने अपने जीवन से जुड़े अनुभवों पर कहानी लिखनी शुरू की। मेरे और मान सिंह जी के जीवन से ऐसे कई लोग जुड़े हैं, जिन पर बाबा नानक की कृपा हुई और उनका जीवन बदल गया। मैंने जब कहानी लिखी दी तो मान सिंह ने कहा कि मुझे ही फिल्म का निर्देशन करना चाहिए। उनका मानना था कि मैंने चूंकि इस कहानी को जिया है, इसलिए जो न्याय इस कहानी के साथ मैं कर सकती हूं, कोई दूसरा नहीं कर सकता। मैंने सही मायने में कहानी को रोम रोम जिया था और फिर मेरे पास हॉलीवुड निर्देशक मार्टिन स्कॉर्सेसे की फिल्म निर्देशन की ट्रेनिंग थी। मुझे बाबा नानक ने हिम्मत और साहस दिया और मैंने फिल्म का निर्देशन करने का निर्णय लिया। फिल्म के निर्माण के दौरान मैंने पंजाबी भाषा सीखी। मैंने फिल्म के हर डिपार्टमेंट को अच्छी तरह से समय दिया और उसे बेहतरीन बनाने का प्रयास किया। इस मेहनत का फल है कि फिल्म 24 मई 2024 को रिलीज हो रही है।
कला के सफर के बारे में जानकारी देते हुए कल्याणी सिंह ने कहा "मुझे बचपन से ही फिल्में देखना पसंद था। मैं हमेशा स्कूल में आयोजित होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों में हिस्सा लेती थी। मुझे मंच पर प्रस्तुति देने में आनंद आता था। मैंने गोपी कृष्ण जी से कथक सीखा और शंभू सेन जी से शास्त्रीय गायन की तालीम हासिल की। मुझे कला, सिनेमा, संगीत में बहुत रस मिलता था। कला, सिनेमा के प्रति मेरा रुझान तब और बढ़ा, जब मेरी मुलाकात मेरे पति मान सिंह जी से हुई। मान सिंह जी हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय थे। उन्होंने मुझे भी लेखन कार्य करने के लिए प्रेरित किया। तब मैं अबू धाबी बैंक में काम करती थी। मुझे मान सिंह जी का सुझाव पसंद आया। मैंने नौकरी छोड़कर पत्रकारिता शुरु कर दी। मैं अंग्रेजी भाषा में लिखती थी। अंग्रेजी पत्रकारिता के दिनों में मैंने फिल्मों के बारे में लिखा। फिल्मी सितारों का इंटरव्यू किया। इससे मेरी रुचि और अधिक बढ़ी। कुछ समय बाद मैंने और मेरे पति मान सिंह जी ने विज्ञापन फ़िल्में बनानी शुरु की। फिर धीरे धीरे विज्ञापन फिल्मों से स्वतंत्र फिल्म निर्माता तक का सफर तय किया। इस दौरान हमने गुनहगार, जुर्माना, राजा भैया जैसी फिल्मों का निर्माण किया। हमारे लिए सबसे बड़ी खुशी की बात यह रही कि एक नॉन फिल्मी बैकग्राउंड से आने के बावजूद हमने अपनी मेहनत, लगन, प्रतिभा और समर्पण से एक मुकाम हासिल किया। यही हमारी कमाई है कि हम आज भी अपनी फिल्में बना रहे हैं, उन कहानियों को कह रहे हैं, जो हमारे दिल को छू जाती हैं।"
कल्याणी सिंह ने बताया कि आने वाले समय में उनकी "क्यों चुप है गंगा", "झोलझाल डॉट कॉम", "काश तुमसे मोहब्बत न होती" नाम की तीन फिल्मों की प्लानिंग है। देखना दिलचस्प होगा कि 24 मई को रिलीज़ होने जा रही फिल्म "नानक नाम जहाज है" को कैसा रिस्पॉन्स मिलता है।