उत्तर प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री और सपा नेता आजम खान अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहते हैं। अब उन्होंने कहा कि वे फासीवादी ताकतों के लिए आइटम गर्ल बन गए हैं।
गायिका मुबारक बेगम के जाने की ख़बर आयी तो दिल बैठ गया। मेरा उनसे करीब दस साल पुराना नाता रहा है। ज़माने ने वो हक़ मुबारक बेगम को कभी नहीं दिया जिसकी वो हक़दार थीं। मुबारक बेगम को ज्याकदातर बस फिल्मय ‘हमारी याद आयेगी’ के गाने ‘कभी तन्हाोईयों में यूं हमारी याद आयेगी/ अंधेरे छा रहे होंगे कि बिजली कौंध जायेगी’...के ज़रिये याद कर लिया जाता है। या फिर ‘मुझको अपने गले लगा लो ऐ मेरे हमराही’ (फिल्मं हमराही)। लेकिन मुबारक बेगम ‘वन सॉन्गा वंडर’ नहीं थीं।
एक हिट गीत फिल्म का प्रचार करने में मददगार होता है और दिबाकर बनर्जी से बेहतर इसे कोई नहीं जान सकता। हालांकि वह निर्देशक कनु बहल को अपनी आने वाली फिल्म तितली में एक तड़क-भड़क वाला गीत शामिल करने के लिए नहीं मना सके।
आने वाली फिल्म ‘गब्बर इज बैक’ में चित्रांगदा सिंह का एक आइटम सांग है। फिल्मी दुनिया में यह बहुत ही बोल्ड ढंग से फिल्माया गया गाना है जिसके लिए चित्रांगदा ने भी सारी हदें तोड़ दी हैं। अब देखना यह है कि ‘राजा कुंडी न खड़काओ’ के लिए उनके कितने प्रशंसक अपने दिल के दरवाजे पर यह दस्तक महसूस करते हैं।