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Search Result : "आदिति पोहनकर इंटरव्यू"

नहीं रहे बॉलीवुड के मशहूर एक्टर और लेखक टॉम ऑल्टर, सचिन तेंदुलकर का लिया था पहला इंटरव्यू

नहीं रहे बॉलीवुड के मशहूर एक्टर और लेखक टॉम ऑल्टर, सचिन तेंदुलकर का लिया था पहला इंटरव्यू

बॉलीवुड के फेमस टॉम ऑल्टर का 67 साल की उम्र में निधन हो गया, वे पिछले काफी समय से स्टेज फोर स्किन कैंसर से...
योगी सरकार का बड़ा फैसला, बिना इंटरव्यू मिलेगी ग्रुप B, C, D की नौकरी

योगी सरकार का बड़ा फैसला, बिना इंटरव्यू मिलेगी ग्रुप B, C, D की नौकरी

उत्तर प्रदेश सरकार ने सरकारी नौकरियों में ‘बी’ समूह के सभी अराजपत्रित पद और ‘सी’ एवं ‘डी’ समूह के लिए साक्षात्कार समाप्त करने का फैसला लिया है।
टीम इंडिया कोच के इंटरव्यू में आवेदकों से पूछे गए ये सवाल

टीम इंडिया कोच के इंटरव्यू में आवेदकों से पूछे गए ये सवाल

टीम इंडिया के कोच पद के लिए हुए इंटरव्यू में पांच आवेदक शामिल हुए। आवेदकों से जो सवाल पूछे गए, उनमें 2019 के विश्वकप, कोच और कप्तान के संबंधों पर फोकस किया गया।
नए कोच के लिए तीन के बीच कड़ी टक्कर, सोमवार को होगा इंटरव्यू

नए कोच के लिए तीन के बीच कड़ी टक्कर, सोमवार को होगा इंटरव्यू

अनिल कुंबले के इस्तीफा देने के बाद टीम इंडिया के नए कोच की तलाश शुरू हो गई है। नए कोच के लिए दस उम्मीदवारो को चुना गया गया है। इनमें रवि शास्त्री, वीरेंद्र सहवाग, क्रेज मैकडरमोट, लांस क्यूसनर, राकेश शर्मा, लाजचंद राजपूत, फिल सिमंस, टाम मूडी, डोडा गणेश और रिचर्ड पाइबस हैं।
नोटबंदी आर्थिक पागलपन: राहुल

नोटबंदी आर्थिक पागलपन: राहुल

कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा किए गए नोटबंदी के फैसले को आर्थिक पागलपन करार दिया है। एक बड़े हिंदी अखबार को दिए इंटरव्यू में राहुल ने कहा है कि ऐसा दुनिया में किसी सरकार ने नहीं किया।
बोले राहुल, आरएसएस हिंदू संगठन नहीं है

बोले राहुल, आरएसएस हिंदू संगठन नहीं है

कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा है कि भाजपा के मूल संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर हमला बोलते हुए कहा है ये हिंदू संगठन नहीं है। एक हिंदी अखबार को दिए विशेष इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि हिंदू धर्म के उपनिषदों में उन्हें नफरत फैलाने की बात कहीं नहीं मिली।
खूब लड़ी मर्दानी, वह तमिलों की रानी अम्मा

खूब लड़ी मर्दानी, वह तमिलों की रानी अम्मा

‘अम्मा’ की शान रानी मां से कम नहीं थी। लेकिन जे. जयललिता गरीबों के दर्द, संघर्ष और आवश्यकताओं को सबसे अधिक समझते हुए व्यावहारिक मदद और कल्याण के कार्यक्रम चेन्नई से सुदूर गांवों तक क्रियान्वित करती रहीं।
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