अपनी पहली पाक यात्रा को लेकर उत्साहित मधुर भंडारकर को मायूसी का सामना करना पड़ा। सुरक्षा कारणों के चलते यह फिल्म उत्सव रद्द करना पड़ा। मधुर बेसब्री से इस यात्रा का इंतजार कर रहे थे।
किताबों की हमारे जीवन में उपस्थिति और उसके महत्व को रेखांकित करते हुए साहित्य अकादेमी ने ‘साहित्य मंच’ के अंतर्गत विश्व पुस्तक दिवस के अवसर पर एक विशिष्ट कार्यक्रम का आयोजन किया। कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े महत्त्वपूर्ण लोगों ने किताबों से अपने रिश्तों को श्रोताओं से साझा किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रसार भारती के सीईओ श्री जवाहर सरकार ने की।
पंजाब के गुरदासपुर जिले का गुमान गांव आने वाले दो दिन मराठी भाषियों से गुलजार रहेगा। गुमान में भारतीय मराठी साहित्य सम्मेलन का 88 वां संस्करण शुरू हो रहा है। गुमान वही स्थान हैं जहां मराठी संत नामदेव ने अपने जीवन के अंतिम साल गुजारे थे।
स्मार्ट फोन पर इस एप्लीकेशन ने देश-विदेश में बसे साहित्यकारों को मुहैया कराया है एक मंच। इस मंच पर साहित्य अलग तरह से गति पकड़ रहा है। कविता-कहानी और सम सामयिक विषयों पर जोरदार चर्चा से पाठक और लेखक सीधे संवाद स्थापित कर पाते हैं।
अमिताभ बच्चन कल शाम इंडिया हाउस में समारोह के औपचारिक उद्घाटन के लिए मिस्र में भारत के राजदूत नवदीप सूरी द्वारा आयोजित विशेष भोज में शामिल हुए। यह समारोह 17 अप्रैल तक चलेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिन्दी साहित्य को समृद्ध बनाने में योगदान के लिए आज मॉरीशस की सराहना की और कहा कि इस भाषा ने विश्व में एक विशेष स्थान हासिल कर लिया है।
सन 2014 का ज्ञानपीठ पुरस्कार मराठी लेखक भालचंद्र नेमाड़े को दिया जाएगा। नेमाड़े अपने उपन्यास हिंदू – जगण्याची अड़गळ के लिए जाने जाते हैं। मराठी भाषा में अड़गळ का अर्थ होता है ऐसा कबाड़ जो संभाल कर रखा जाता है। ऐसे कबाड़ को परिभाषित करने वाले नेमाड़े बहुत बेबाकी से बोलते हैं।