कहते हैं इतिहास खुद को दोहराता है। जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल ने पीएम मोदी के साथ हाथ न मिलाकर उन्हें एक फिर गच्चा दे दिया है। 2015 में भी मर्केल ने मोदी के साथ कुछ इसी अंदाज में हाथ नहीं मिलाया था।
नोबल पुरस्कार विजेता अमर्त्य सेन के बाद नालंदा अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय के दूसरे चांसलर जॉर्ज यो ने इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफे की वजह विश्वविद्यालय की स्वायत्ता को प्रभावित किया जाना है।