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बहराइच के जंगल में मिली ‘मोगली’ गर्ल

बहराइच के जंगल में मिली ‘मोगली’ गर्ल

उत्तर प्रदेश के बहराइच के कतर्नियाघाट सेंचुरी के जंगलों में पुलिस को आठ साल की एक बच्ची मिली है, जो हूबहू जानवरों की तरह व्यवहार कर रही है। यब बच्ची जानवरों की तरह ही आवाज भी निकाल रही है। बच्ची को देखकर मशहूर जंगल बुक के काल्पनिक पात्र मोगली की याद ताजा होती है।
कैलाश सत्यार्थी का प्रशस्ति पत्र जंगल से बरामद हुआ : पुलिस

कैलाश सत्यार्थी का प्रशस्ति पत्र जंगल से बरामद हुआ : पुलिस

बाल अधिकार कार्यकर्ता एवं नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी का नोबेल प्रशस्ति पत्र उनके दक्षिण दिल्ली स्थित घर से चोरी होने के एक महीने से अधिक समय के बाद संगम विहार में जंगल से बरामद किया गया है।
पीएम मोदी की नोटबंदी यज्ञ नहीं बल्कि जंगल की आग है : कांग्रेस

पीएम मोदी की नोटबंदी यज्ञ नहीं बल्कि जंगल की आग है : कांग्रेस

कांग्रेस ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नववर्ष की पूर्व संध्या पर खेद जताते हुए प्रतीत हुए क्योंकि नोटबंदी पर 50 दिनों का उनका शुद्धि यज्ञ जंगल की बेकाबू आग में तब्दील हो गया है, जिसमें कई लोगों की जान जा चुकी है और अर्थव्यवस्था पंगु हो गई है।
छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस पर पीएम बोले, सभी समस्या का समाधान विकास से संभव

छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस पर पीएम बोले, सभी समस्या का समाधान विकास से संभव

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर कहा कि सभी समस्या का समाधान विकास से संभव है और जहां भी मौका मिला है वहां विकास के पथ पर आगे बढ़ने का प्रयास किया जा रहा है।
वन, वनवासी और जीव एक दूसरे के पूरक हैं, प्रतिद्वंदी  नहीं : अनिल माधव दवे

वन, वनवासी और जीव एक दूसरे के पूरक हैं, प्रतिद्वंदी नहीं : अनिल माधव दवे

पर्यावरण वन तथा जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) अनिल माधव दवे ने कहा है कि जंगल का जीवंत अस्तित्व है और जंगल अपनी अभिव्यक्ति करता है बशर्ते हममें सुनने की क्षमता हो। तीन महत्वपूर्ण घटक- वन, जनजातीय वनवासी और वन्य जीव एक-दूसरे के पूरक हैं और प्रतिद्वन्द्वीं नहीं है। उन्होंने कहा कि वनों में बड़ी संख्या में पेडों को वनवासियों द्वारा नहीं गिराया जा रहा।
राजेंद्र सिंह बोले, 2 लाख 65 हजार गांवों मे पीने का पानी नहीं होना चिंता का विषय

राजेंद्र सिंह बोले, 2 लाख 65 हजार गांवों मे पीने का पानी नहीं होना चिंता का विषय

मैग्सेसे पुरस्कार से सम्मानित राजेन्द्र सिंह ने कहा कि रिवर और सिवरेज सिस्टम अलग नहीं होने के कारण देश की नदियां मैला ढोने वाली मालगाड़ियां बन गई हैं। देश में 2 लाख 65 हजार गांवों मेंं पीने लायक पानी नहीं होना चिंता का विषय है। उन्‍होंने कहा कि जल तंत्र को बेहतर करने के लिए सघन प्रयास करने होंगे।
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