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Search Result : "जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल"

माइकेल, एलीस और खुर्शीद का प्रेम त्रिकोण

माइकेल, एलीस और खुर्शीद का प्रेम त्रिकोण

युवाओं की पसंदीदा फिल्म कल हो न हो की लोकप्रियता इतने सालों बाद भी कायम है। इस फिल्म के प्रसिद्ध शीर्षक गाने पर जर्मनी के राजदूत माइकेल स्टाइनर, उनकी पत्नी एलीस स्टाइनर और भूतपूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने अभिनय किया है।
भाषा के कारण नहीं डिगेगी भारत की धर्मनिरपेक्षता

भाषा के कारण नहीं डिगेगी भारत की धर्मनिरपेक्षता

भारत के सरकारी स्कूलों में जर्मन भाषा की जगह संस्कृत को लाए जाने पर उठे विवाद की पृष्ठभूमि में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार रात कहा कि भारत की धर्मनिरपेक्षता इतनी कमजोर नहीं है कि यह एक भाषा की वजह से हिल जाएगी।
मोदी का विनिर्माण क्षेत्र में दुनिया को आमंत्रण

मोदी का विनिर्माण क्षेत्र में दुनिया को आमंत्रण

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा कि भारत में वैश्विक विनिर्माणकार्य का केंद्र बनने की भारी क्षमता है और उन्होंने दुनिया को सबसे तीव्र गति से वृद्धि कर रही भारतीय अर्थव्यवस्था के साथ भागीदारी करने के लिए आमंत्रित किया है।
फ्रांस के एल्प्स में विमान दुर्घटनाग्रस्त

फ्रांस के एल्प्स में विमान दुर्घटनाग्रस्त

जर्मन विमानन कंपनी लुफ्तांसा की सस्ती सेवा जर्मनविंग्स का विमान एल्प्स के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया है। चालक दल सहित सभी 142 यात्रियों के मारे जाने की आशंका है। विमान का मलबा मिल गया है और अभी कारण का पता नहीं चला है।
भारत में सभी बलात्कारी नहीं, फिर भी अंदर झांके

भारत में सभी बलात्कारी नहीं, फिर भी अंदर झांके

भारत में बलात्कार की संस्कृति का हवाला देते हुए भारतीय छात्र को इंटर्नश‌िप के ल‌िए मना करने वाली जर्मन प्रोफेसर बेक सिकिंगर भारत में जर्मन राजदूत की चिट्ठी के जरिये झाड़ के बाद बेशक अपने कहे से मुकर गईं हों लेक‌िन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इन दिनों भारत सरकार और भारतीयों की जो छव‌ि सामने आई है वह भारतीयों के लिए शर्मनाक है।
अमर्त्य सेन को चांसलर नहीं बनाना चाहती सरकार

अमर्त्य सेन को चांसलर नहीं बनाना चाहती सरकार

नोबल पुरस्कार विजेता और नालंदा विश्वविद्यालय के कुलपति अमर्त्य सेन ने गहरी पीड़ा से लिखे पत्र में इस बात का खुलासा किया है कि केंद्र सरकार उन्हें इस विश्वविद्यालय के कुलपति के तौर पर दूसरी पारी नहीं देने की इच्छुक है। इस पत्र के बाद से आकादमिक जगत में बढ़ती राजनीतिक दखलंदाजी पर तीखी चर्चा शुरू हो गई है।