जयंत मलैया और उनकी पत्नी से चलती ट्रेन के वातानुकूलित डिब्बे में खंजर दिखाकर सोने की चेन, अंगूठी और कुछ नकदी लूट ली गई। दंपती दिल्ली आने के लिए दमोह से ट्रेन में सवार हुआ था।
रेल मंत्री से उम्मीद लगाए बैठे लोगों को उस समय झटका लगा जब यह पता चला कि कोई नई ट्रेन नहीं चलाई जाएगी। लेकिन खुशी इस बात की है कि यात्री किराया नहीं बढ़ाया गया। स्वच्छता पर विशेष जोर देते हुए रेल मंत्री ने साफ सफाई के लिए नया विभाग बनाने की बात कही।
हरितक्रान्ति के गवाह पंजाब में बैसाखी के बाद किसान ढोल-नगाड़े तो अब वैसे भी नहीं बजाते। लेकिन कृषि प्रधान देश के लिए यह बात शर्म की है कि इस मौके पर आत्महत्या करने वाले किसानों की विधवाएं अपने हक के लिए चौखट से बाहर निकल सडक़ों पर आ गई हों। खेतों से मंडियों में पहुंचे गेंहू के सुनहरे दाने और इन दिनों रोपे जा रही धान की पौध इन्हें खुश नहीं कर रहीं। इनके हमनिवाज कर्ज के चलते आत्महत्या कर चुका है, जमीन इनके पास है नहीं, कर्जा जस के तस है, बैंक और आढ़ती इन्हें जलील करने से बाज नहीं आ रहे, जमींदारों के घरों का गोबर उठाकर बच्चे पाल रही हैं या लोगों के फटे लीड़े सिलती हैं ये।