हिंदूकुश पर्वत में आए 7.5 तीव्रता के जबरदस्त भूकंप से अफगानिस्तान और पाकिस्तान में तबाही मचा दी है। इस भूकंप के झटके उत्तर भारत में भी महसूस किए गए थे। यूएस जियोलोजिकल सर्वे के अनुसार भूकंप का केंद्र काबुल से 250 किलोमीटर दूर उत्तर-पूर्व अफगानिस्तान में करीब 190 किलोमीटर की गहराई में स्थित था। पाकिस्तान में भूकंप से 150 से ज्यादा लोगों के मरने की खबर है। वहीं अफगानिस्तान में भी 50 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है जबकि दोनों देशों में हजारों लोग घायल हो गए हैं।
पश्चिम बंगाल में पहाड़ों की रानी के नाम से मशहूर पर्यटन केंद्र दार्जिलिंग में तेजी से होने वाले अनियंत्रित निर्माण ने पूरे शहर के अस्तित्व को ही खतरे में डाल दिया है। यह पूरा शहर अब ऐसी खतरनाक स्थिति में पहुंच गया है जहां भूकंप का एक हल्का झटका भी इसे मलबे में बदल सकता है।
पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग जिले के तीन उपमंडलों में सोमवार रात से भारी बारिश के कारण विभिन्न स्थानों पर हुए भूस्खलन में कम से कम 38 लोगों की मौत हो गई है जबकि कई लापता हैं। दार्जिलिंग जिले के दार्जिलिंग, कलिम्पोंग और कर्सियांग में 25 स्थानों पर भूस्खलन की खबर है।
नेपाल में आए विनाशकारी भूकंप में मारे गए 57 विदेशियों में से 41 लोग भारतीय हैं। इमारतों को जमींदोज और बिजली के खंभों व पेड़ों को जड़ों से उखाड़ फेंकने वाला यह भीषण भूकंप अपने पीछे तबाही और दर्द का एक भयावाह मंजर छोड़ गया है। नेपाल पुलिस द्वारा जारी बयान के अनुसार, भूकंप में मरने वाले भारतीयों की संख्या 41 हो चुकी है।
पिछले आठ दशक से भी ज्यादा समय में आए सबसे भीषण भूकंप की त्रासदी का सामना कर रहे नेपाल में भारत सहित दुनिया भर से आए राहतकर्मी पीडि़तों तक पहुंचने और उनको मदद पहुंचाने के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं।
भूकंप से तबाह हुए नेपाल में शवों को मलबे से निकालना बड़ी चुनौती साबित हो रहा है। कई देशों से भेजी जा रही मदद के बावजूद दूरदराज के इलाकों तक मदद नहीं पहुंच पा रही है। इस बीच, सड़ती लाशों की वजह से बीमारी फैलने का खतरा पैदा हो गया है।
बिहार के कोसी इलाके में तूफान की तबाही का मंजर अभी देख ही रहे थे कि अचानक पड़ोसी मुल्क नेपाल में आए भीषण भूकंप से यह पूरा इलाका ही थर्रा गया। सहरसा, पूर्णिया, सुपौल, मधेपुरा, कटिहार, अररिया आदि जिलों में तूफान के कहर के बाद यहां के लोगों को लग रहा था कि जन-जीवन सामान्य हो रहा है
नेपाल भूकंप आपदा में मरने वालों की संख्या 10, 000 का आकंड़ा पार करने की आशंका जताई जा रही है। नेपाल के प्रधानमंत्री सुशील कोइराला ने यह आशंका जताई कि भूकंप से मरने वालों की संख्या दस हजार को पार कर सकती है। उधर जिंदा बचे लोगों में राहत न मिल पाने की वजह से आक्रोश बढ़ता जा रहा है।