नक्सलियों का गढ़ और दुर्गम वन्य क्षेत्र माने जाने वाले छत्तीसगढ़ के अबूझमाड़ पर सरकार की रणनीति तैयार हो रही है। सरकार और प्रशासन से अछूते रहे इस इलाके में सरकार ने अब सर्वे कराना शुरू कर दिया है।
छत्तीसगढ़ में नक्सलियों ने एक बाद फिर 26 सीआरपीएफ जवानों की हत्या कर दी है। पिछले पंद्रह सालों से भाजपा शासित इस राज्य में सैंकड़ों हमले हुए हैं। मुख्यमंत्री रमन सिंह हमेशा नक्सल समस्या को खतम कर लेने का दावा करते हैं लेकिन हर बार यहां जवानों को जान गंवानी पड़ती हैं।
झारखंड के माओवादी हिंसा से प्रभावित लातेहार जिले के जंगलों में सीआरपीएफ के कमांडो के साथ मुठभेड़ में छह संदिग्ध नक्सलियों को आज मार गिराया गया। अधिकारियों ने बताया कि सीआरपीएफ के 209 कोबरा कमांडो का दस्ता जिले के करमडीह-छीपदोहर के जंगलों में गश्त पर निकला था जब सुबह लगभग नौ बजे यह मुठभेड़ हुई।
देश की प्रतिष्ठित हिंदी पत्रिका आउटलुक द्वारा नक्सल समस्या और देश के नक्सल प्रभावित राज्यों में विकास की गतिविधियों, चुनौतियों और अवसरों पर आयोजित संवाद में केंद्र और राज्यों के वरिष्ठ नेताओं, अधिकारियों ने शिरकत की।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में रविवार को आउटलुक हिंदी पत्रिका की तरफ से लाल गलियारे में विकास विषय पर संवाद संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में भाग ले रहे अतिथियों ने कहा कि नक्सल प्रभावित इलाकों के लोगों को शिक्षा और विकास देकर ही इस समस्या को खत्म किया जा सकता है।
माओवादी प्रभावित जिले में ऑल इंडिया रेडियो (आकाशवाणी) ने तय किया है कि वॉल्व वाली पुरानी तकनीक को बदल कर उच्च क्षमता वाले नए ट्रांसमीटर लगाए जाएं ताकि सरकार अपने मन की बात के साथ लोगों की आवाज जन की बात भी सुन सके। छत्तीसगढ़ में रेडियो स्टेशन का न सिर्फ कलेवर बदल जाएगा बल्कि इसके कार्यक्रम और स्वरूप भी बदला जाएगा। अच्छे ट्रांसमीटरों के अभाव में लगभग बेकार पड़े रेडियो स्टेशनों पर सरकार 32 करोड़ रुपये निवेश कर छह नए आकाशवाणी के स्टेशन बनाएगी।
केंद्रीय गृह मंत्रालय निरंतर दावा करता है कि जम्मू-कश्मीर सीमावर्ती क्षेत्र तथा नक्सल प्रभावित इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था पहले से अधिक मजबूत हो गई है। लेकिन विभिन्न इलाकों में सुरक्षा बलों पर हमलों में जवानों के मारे जाने की घटनाएं बढ़ना ऐसे दावों पर प्रश्न चिह्न लगाती हैं।