उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल और विधायक मनोज तिवारी ने धारचुला आधार शिविर से वार्षिक कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए श्रद्धालुओं का पहला जत्था आज रवाना किया।
बड़े-बड़े दावों और उम्मीदों के साथ सत्ता में आई मोदी और केजरीवाल की सरकार के लिए आज अपनी-अपनी कामयाबी गिनाने का दिन है। मोदी मथुरा में रैली कर अपनी उपलब्धियां गिनाएंगे तो केजरीवाल ने कनॉट प्लेस के सेंट्रल पार्क में जनसभा बुलाई है।
अपने एक साल के काम का हिसाब देते हुए नरेंद्र मोदी ने काहा कि जिन्होंने देश को लूटा है, जिनके बुरे दिन आए हैं, वही हल्ला कर रहे हैं। उनकी सरकार ने 365 दिनों में इतने काम किए हैं कि गिनाने जाएं तो 365 घंटे भी कम पड़ जाएंगे।
बड़ी-बड़ी उम्मीदों और वादों के साथ केंद्र की सत्ता में आई नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार अपना एक साल पूरा करने जा रही है। इस मौके पर सबसे बड़ा सवाल यही उठ रहा है कि क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस एक साल के दौरान अपने वादों और नारों पर खरे उतर पाए? इस एक साल में उनका रिपोर्ट कार्ड कैसा रहा? अगर आर्थिक नजरिये से देखा जाए तो मोदी सरकार का रिपोर्ट कार्ड बी ग्रेड का कहा जाएगा।
आईपीएल के अब तक के सबसे रोमांचक मुकाबले में अजेय राजस्थान रॉयल्स ने छह विकेट खोकर 191 रन बनाए तो किसी ने किंग्स इलेवन पंजाब की जीत की उम्मीद नहीं की थी। लेकिन पंजाब ने ठीक उतने ही रन बनाकर राजस्थान को न सिर्फ सुपर ओवर खेलने पर मजबूर किया बल्कि इसमें नौ रन की जीत भी दर्ज की।
दिल्ली पुलिस में विशेष आयुक्त यातायात मुक्तेश चंद्र का नाम सुनते ही एक दबंग अंदाज, कड़क मिजाज और अनुशासन प्रिय अधिकारी की छवि उभरकर सामने आती है। लेकिन इस छवि के अलावा मुक्तेश चंद्र की पहचान एक बांसुरी वादक के रुप में भी है। 1988 बैच के आईपीएस अधिकारी मुक्तेश चंद्र से बांसुरी के प्रति उनके लगाव और निष्ठा को लेकर बातचीत की गई। पेश है प्रमुख अंश-
संगकारा ने अपने करिअर का 23वां और सबसे तेज शतक लगाया। उन्होंने अपनी पारी में 86 गेंदें खेलीं तथा 11 चौके और दो छक्के लगाए। संगकारा ने 70 गेंदों में शतक पूरा किया जो श्रीलंका की तरफ से विश्व कप में सबसे तेज शतक भी है। दूसरी तरफ 25 वर्षीय तिरिमाने इस टूर्नामेंट में सैकड़ा जड़ने वाले सबसे कम उम्र के श्रीलंकाई बल्लेबाज बने। उन्होंने 143 गेंदें खेलीं तथा 13 चौके और दो छक्के लगाए।
विश्व कप के दूसरे मैच में ऑस्ट्रेलिया ने अपने चिर-प्रतिद्वंद्वी इंग्लैंड के समक्ष नौ विकेट गंवाकर जीत के लिए 343 रनों का लक्ष्य दिया लेकिन इंग्लैंड की टीम 231 रनों पर ही ऑल आउट हो गई।