विमान परियोजना की जनसंपर्क ( पीआर ) फर्म ने यहां कहा, सोलर इम्पल्स संयुक्त अरब अमीरात के आबूधाबी से उड़ान भरेगा और ओमान के मस्कट में पहले ठहराव के बाद अहमदाबाद में उतरेगा।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि सौर ऊर्जा संचालित विमान के चालक बर्टडें पिकार्ड और आंद्रे बोर्शबर्ग संभवत दो दिन शहर में रह सकते हैं और इसके बाद उत्तर प्रदेश के वाराणसी रवाना होंगे। उसमें कहा गया है कि संयुक्त अरब अमीरात में खराब मौसम के कारण स्विट्जरलैंड के इस विमान ने एक दिन के विलंब से उड़ान भरी।
विमान को सोमवार को ही अहमदाबाद में उतरना था, लेकिन वह मंगलवार को यहां उतरेगा।
पिकार्ड और बोर्शबर्ग अहमदाबाद में सरकारी संस्थाओं, गैर सरकारी संगठनों, विश्वविद्यालयों और स्कूलों में जाकर पर्यावरणोन्मुखी तकनीक का संदेश फैलाएंगे। परियोजना से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि विमान स्वच्छ ऊर्जा और साफ-सफाई का संदेश फैलाने के लिए वाराणसी की गंगा नदी के ऊपर भी मंडराएगा।
परियोजना की वेबसाइट में ऐसा दावा किया गया है कि सोलर इम्पल्स ईंधन के बिना पूरी तरह सौर ऊर्जा से दिन और रात उड़ान भरने वाला पहला विमान है। वेबसाइट के अनुसार एकल सीट वाला यह विमान कार्बन फाइबर से बना है। इसका विंगस्पैन 72 मीटर का है जो बोइंग 747 से अधिक है। इसका वजन 23,00 किग्रा है जो एक कार के वजन के बराब है।
अहमदाबाद के बाद विमान वाराणसी में रूकेगा। इसके बाद यह म्यांमा के मांदले, चीन के चोंगछिंग और नानजिंग में रूकेगा। हवाई से होकर प्रशांत महासागर से गुजरने के बाद यह विमान अमेरिका के फीनिक्स, मिडवेस्ट और न्यूयार्क सिटी में रूकेगा। विमान 2013 में अमेरिका में परीक्षण उड़ान भर चुका है।
 
                                                 
                             
                                                 
                                                 
                                                 
			 
                     
                    