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Search Result : "प्रोफेशनल मुक्केबाजी"

क्या अब मुक्केबाजी में हाथ आजमाएंगे सचिन?

क्या अब मुक्केबाजी में हाथ आजमाएंगे सचिन?

स्टार मुक्केबाज विजेंदर सिंह ने शनिवार को सचिन तेंदुलकर को अपना डब्ल्यूबीओ एशिया खिताबी मुकाबला देखने का न्योता दिया और उन्हें पेशेवर मुक्केबाजी के ढांचे और भविष्य के बारे में भी बताया।
विजेंदर के मुक्कों से ध्वस्त हुआ होर्वाथ

विजेंदर के मुक्कों से ध्वस्त हुआ होर्वाथ

लिवरपूल। भारतीय मुक्केबाजी स्टार विजेंदर सिंह का विजयी अभियान जारी है और इसी कड़ी में उन्होंने आज यहां हंगरी के अलेक्जेंडर होर्वाथ को तीन राउंड तक चले मुकाबले में हरा दिया। प्रोफेशनल मुक्केबाजी के नॉकआउट चरण में यह उनकी लगातार चौथी जीत है। विजेंदर को उनके प्रतिद्वंद्वी ने अच्छी चुनौती दी लेकिन तीसरे राउंड में भारतीय स्टार ने उन्हें हराने में कामयाबी हासिल की।
ओलंपिक से फिर बाहर रह सकते हैं भारतीय मुक्केबाज

ओलंपिक से फिर बाहर रह सकते हैं भारतीय मुक्केबाज

अब तक भारत के किसी भी मुक्केबाज ने ओलंपिक के लिए क्वालीफाई नहीं किया है। लेकिन इस बार अगर मुक्केबाज इसमें जगह बना भी लेते हैं तो भी अगले महीने के एशियाई ओलंपिक क्वालीफायर्स तक नए राष्ट्रीय महासंघ का गठन नहीं होने की स्थिति में उन पर इस साल के रियो ओलंपिक खेलों से बाहर रहने का खतरा मंडरा रहा है।
मेवेदर ने बटरो को हराने के बाद लिया संन्यास

मेवेदर ने बटरो को हराने के बाद लिया संन्यास

मुक्केबाज फ्लायड मेवेदर ने लास वेगास में चल रहे मुकाबले में जीत दर्ज करने के बाद अपने संन्यास की घोषणा कर दी। लगभग 20 साल के लंबे करियर में मेवेदर ने कई खिताब अपने नाम दर्ज किए हैं।
अब ओ‌लंपि‌क में नहीं बरसेंगे विजेंदर के मुक्के

अब ओ‌लंपि‌क में नहीं बरसेंगे विजेंदर के मुक्के

देश के सबसे लोकप्रिय मुक्केबाज और ओलंपिक कांस्य पदक विजेता विजेंदर सिंह ने एमेच्योर (शौकिया) मुक्केबाजी को छोड़कर अब पेशेवर मुक्केबाजी को अपना लिया है। इसका अर्थ यह है कि अब विजेंदर किसी भी राष्ट्रीय या अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में भारत का प्रतिनिधित्व नहीं कर पाएंगे और अगले वर्ष ओलंपिक में भी भाग नहीं ले पाएंगे। ओलंपिक पदक जीतने वाले पहले भारतीय मुक्केबाज बनने के बाद विजेंदर भारतीय मुक्केबाजी का चर्चित चेहरा बन गए थे।
दोहा मुक्केबाजी टूर्नामेंट में भारत के सात पदक पक्के

दोहा मुक्केबाजी टूर्नामेंट में भारत के सात पदक पक्के

राष्ट्रमंडल खेलों के रजत पदक विजेता एल देवेंद्रो सिंह (49 किलो) दोहा अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंच गए जबकि छह अन्य ने सेमीफाइनल में जगह बना ली।
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