बसपा अध्यक्ष मायावती ने कहा कि केंद्र और राज्य, दोनों जगहों पर बीजेपी की सरकार होने के बावजूद यूपी के लोगों को कोई फायदा नहीं मिल रहा है। उन्होंने बीजेपी पर आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने राज्य की कई महत्वपूर्ण योजनाओं को मिलने वाले फंड में कमी कर दी है।
कांग्रेस ने मंगलवार को केंद्र की मोदी सरकार से चुनावी बॉन्ड योजना में पारदर्शिता लाने की बात कही। पार्टी ने आरोप लगाया कि चुनावी बॉन्ड पूरी तरह से अपारदर्शी व्यवस्था है।
चुनावी वादे करना बड़ा आसान है लेकिन उन्हें पूरा करना बहुत कठिन। भारतीय जनता पार्टी की सरकार से अब चमत्कार की उम्मीद की जा रही है। ऐसा खुद झारखंड में उनकी सरकार के मंत्री कह रहे हैं।
बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती ने ‘भीम आर्मी’ पर बयान दिया है। सहारनुपर में हुई हिंसा के बाद चर्चा में आए ‘भीम आर्मी’ को बसपा के साथ जोड़कर देखे जाने का मायावती ने खंडन किया है।
यूपी की राजनीति में नसीमुद्दीन सिद्दीकी एक बड़े मुस्लिम नेता माने जाते हैं। यूपी के 2017 विधानसभा चुनावों में बसपा ने उन्हें टिकट बांटने से लेकर अपने स्टार प्रचारकों में शामिल किया था। बसपा सुप्रीमो मायावती ने उनसे सभी बड़े विभाग और अधिकार छीन कर सबको चौका दिया।
कभी बहुजन समाज पार्टी में कद्दावर नेता रहे नसीमुद्दीन सिद्दीकी को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया। उनके बेटे अफजाल को भी पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया दिया है।
उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ भाजपा के चुनावी वादे के अनुरूप राज्य सरकार ने सूबे में 25 नए मेडिकल कॉलेज तथा छह अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थानों (एम्स) की स्थापना की दिशा में काम शुरू कर दिया है।
केन्द्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री रामदास अठावले ने शनिवार को दावा किया कि उनकी पार्टी आरपीआई उत्तर प्रदेश में बुरी तरह परास्त हुई बहुजन समाज पार्टी की जगह लेगी।
देश के प्रधान न्यायाधीश जगदीश सिंह खेहर ने आज कहा कि चुनावी वादे आम तौर पर पूरे नहीं किए जाते हैं। उन्होंने कहा कि घोषणापत्र सिर्फ कागज का एक टुकड़ा बन कर रह जाता है, इसके लिए राजनीतिक दलों को जवाबदेह बनाया जाना चाहिए।