यूपी में चुनाव से ठीक पहले समाजवादी पार्टी बिखर गई है। एसपी सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव ने शुक्रवार को अपने बेटे और सीएम अखिलेश के साथ-साथ चचेरे भाई रामगोपाल यादव को पार्टी से 6 साल के लिए निकाल दिया। मुलायम ने कहा कि रामगोपाल अखिलेश का भविष्य खराब कर रहे हैं और अखिलेश यह समझ नहीं पा रहे। दूसरी तरफ अखिलेश यादव ने साफ किया है कि असली समाजवादी पार्टी तो उनकी है, नेताजी को कुछ लोग गुमराह कर रहे हैं।
उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने कहा कि भारत के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के जीवन से सबक लेना चाहिए। चरण्ा सिंह ने न केवल किसान और गरीब की बात की बल्कि पूरा जीवन भी सादगी भरा रहा। अंसारी ने चरण सिंह के जीवन पर आधारित पुस्तक ‘ चरण सिंह और कांग्रेस राजनीति जीवन’ के विमोचन के अवसर पर यह बात कही।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर कोई कितना भी आरोप लगाए कि उसके हाथ में मौजूदा सरकार का रिमोट कंट्रोल है, लेकिन संघ प्रमुख को इसकी चिंता से ज्यादा चिंता है कि हिंदूत्व के मूल पर एक मजबूत देश का निर्माण हो और सुदृढ़ भारत के साथ एक ऐसा सही नेता का निर्माण हो जो हिंदुत्व के जीवन दर्शन से युक्त हो।
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज ऐलान किया कि उनकी सरकार प्रदेश की धरती में जन्म होने वाले हरेक उस व्यक्ति को जमीन का टुकड़ा देगी, जिनके पास रहने के लिए मकान नहीं है।
देश में शहर की मध्यमवर्ग की महिलाओं को शहरी गरीब और ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं के मुकाबले हार्ट की बीमारी होने की अधिक संभावना है। एक अध्ययन से यह निष्कर्ष सामने आया है। अध्ययन ने साफ संकेत दे दिए हैं कि शहरीकरण हार्ट की बीमारी की एक मुख्य वजह हो सकता है।
साहित्य अकादेमी, दिल्ली के प्रवासी मंच कार्यक्रम में अरुणा सब्बरवाल ने अपनी कहानी उडारी का पाठ किया। चर्चा में वक्ताओं की आम राय थी कि यह औरतों के जीवन में आए खुलेपन की कहानी है। ज्यादातर पसंद आई कहानी पर यह भी कहा गया कि लंदन में विवाहेतर और अकेली महिलाओं के संबंधों को जो पारिवारिक-सामाजिक मान्यता है, वह दिन भारत के लिए अभी दूर है।
छह हजार लड़कियांं एक साथ- एक जगह पर आत्मरक्षा के गुण सीख रही थी। जैसे ही इनका ट्रेनिंग कार्यक्रम समाप्त हुआ हर कोई दंग रह गया। आत्मरक्षा के गुण सीख रही इन लड़कियों का नारा था मेरी रक्षा मेरे हाथ।
हाल ही में हैदराबाद में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय कार्यकारिणी मंडल की बैठक में कई प्रस्ताव पारित किए गए। इन प्रस्तावों में दक्षिण भारत में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और इससे जुड़े संगठनों के लोगों के प्रति हिंसा के साथ सामाजिक समरसता पर भी बात हुई।