केंद्र सरकार ने प्राइवेट सेक्टर के लिए रक्षा क्षेत्र के दरवाजे खोलने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। लड़ाकू विमान औ पनडुब्बी जैसे डिफेंस प्लेेटफॉर्म बनाने के लिए घरेलू कंपनियां अब विदेशी कंपनियों से भागीदारी कर सकेंगी।
चीन के आधिकारिक मीडिया के मुताबिक चीन अपने सर्वकालिक दोस्त पाकिस्तान के साथ बैलिस्टिक मिसाइल, क्रूज मिसाइल और बहुउद्देशीय लड़ाकू विमान के उत्पादन में सैन्य सहयोग बढ़ाएगा। यह खबर ऐसे समय आई है जब पाकिस्तान के नए सेना प्रमुख ने चीन के सर्वोच्च अधिकारियों के साथ बीजिंग में बात की।
देश में निजी रक्षा उद्योग के क्षेत्र में हुए एक बड़े सौदे के तहत अनिल अंबानी की अगुवाई वाले रिलायंस समूह और राफेल विनिर्माता दसाल्ट एविएशन ने संयुक्त उद्यम लगाने की घोषणा की है। यह उद्यम लड़ाकू जेट सौदे के तहत 22,000 करोड़ रुपये के ऑफसेट अनुबंध को पूरा करने में अहम भूमिका निभाएगा।
भारत और फ्रांस ने राफेल लड़ाकू विमानों के लिए आज 7.87 अरब यूरो के सौदे पर हस्ताक्षर किए। नवीनतम मिसाइलों और शस्त्र प्रणालियों से लैस इन लड़ाकू विमानों से भारतीय वायु सेना की मारक क्षमता बढ़ेगी। माना जा रहा है कि परमाणु वारहेड वहन करने की प्रणाली से युक्त ऐसे लड़ाकू विमान भारत के धुर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान और चीन के पास भी नहीं हैं।
फ्रांस के रक्षा मंत्री ज्यां यीव ली डियान 22 सितंबर को भारत आ रहे हैं। इस दौरान उनके साथ देसाल्त एविएशन, थेल्स और एमबीडीए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी भी होंगे ताकि 36 राफेल लड़ाकू विमानों की खरीद के 7.87 अरब यूरो के सौदे को अंतिम रूप दिया जाएगा।
अमेरिकी हथियार निर्माता कंपनी लॉकहिड मार्टिन द्वारा एफ 16- ब्लॉक 70 लड़ाकू विमान बनाने की एसेंबली लाइन भारत में ही बनाने की घोषणा के बाद विदेशी हथियार निर्माता कंपनियों के बीच नई तरह की होड़ मच गई है। चार अन्य कंपनियों ने यहां अपनी निर्माण इकाइयां लगाने के प्रस्ताव भारत सरकार को दे रखा है। जानकारों के अनुसार, ये कंपनियां अब अपने-अपने प्रस्ताव को लॉकहिड मार्टिन की ऐलान के संदर्भ में रिवाइज करने जा रही हैं।