अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने आज कहा कि उनका प्रशासन अच्छी तरह काम कर रहा है और मीडिया में आ रही रिपोर्टों के विपरीत व्हाइट हाउस में कोई अव्यवस्था नहीं है। उन्होंने मीडिया को बेइमान बताया।
अमेरिका की केंद्रीय खुफिया एजेंसी (सीआईए) के एक पूर्व अधिकारी ने कहा कि पाकिस्तान संभवत: दुनिया के लिए सबसे खतरनाक देश है। उन्होंने पाकिस्तान की लुढ़कती अर्थव्यवस्था, वहां व्याप्त आतंकवाद और तेजी से बढ़ते परमाणु शस्त्रागार वाले देशों में शामिल होने से पैदा हुए संभावित खतरे का हवाला दिया।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार माइकल फ्लिन ने रूस के साथ संबंधों के आरोपों के मद्देनजर आज अपने पद से इस्तीफा दे दिया। आरोप है कि अमेरिकी राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण से पहले फ्लिन ने रूस के खिलाफ अमेरिकी प्रतिबंधों पर रूसी राजदूत के साथ चर्चा की थी।
भारत द्वारा चेन्नई से करीब 125 किलोमीटर दूर श्रीहरिकोटा से एक ही प्रक्षेपास्त्र से रिकॉर्ड 104 उपग्रहों के प्रक्षेपण के लिए 28 घंटे की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। अगर भारत एक रॉकेट से 104 उपग्रहों को अंतरिक्ष में भेजने में सफल हो जाता है तो वह इस तरह का इतिहास रचने वाला पहला देश बन जाएगा।
दुनिया के कई देशों पर बमबारी करने, सत्ता पलटने के षड्यंत्रकारी, आर्थिक घेराबंदी और दादागिरी करने वाले अमेरिकी नेता या संगठन उनके अपने देश में हो रही ज्यादतियों पर रिपोर्ट जारी नहीं करते।
अमेरिकी राष्टपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने चीनी समकक्ष शी चिनफिंग के साथ बातचीत के दौरान यू-टर्न लेते हुए दशकों पुरानी एक चीन नीति का सम्मान करने पर सहमति जताई है। ट्रंप और शी की फोन पर हुई बातचीत के बाद व्हाइट हाउस ने कहा कि दोनों नेताओं ने विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की।
अमेरिका के रक्षा मंत्री जेम्स मैटिस ने रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर को फोन करके द्विपक्षीय रक्षा सहयोग में हुई शानदार प्रगति को आगे बढ़ाने की प्रतिबद्धता व्यक्त की और भारत एवं अमेरिका ने अहम द्विपक्षीय रक्षा प्रयासों की लय बरकरार रखने पर सहमति जताई।
‘भारत में वर्ष 2014 के बाद नाटकीय रूप से घृणा अपराधों, सामाजिक बहिष्कार और जबरन धर्मांतरण बढ़ गया है जिससे धार्मिक अल्पसंख्यक समुदायों और दलितों को भेदभाव और उत्पीड़न का सामना करना पड़ रहा है।’ अमेरिका की एक स्वतंत्र संस्था ने अपनी 22 पेजी रिपोर्ट में यह दावा किया है।
अमेरिका की एक स्वतंत्र संस्था ने अपनी रिपोर्ट में यह दावा किया है कि भारत में वर्ष 2014 के बाद नाटकीय रूप से घृणा अपराध, सामाजिक बहिष्कार और जबरन धर्मांतरण बढ़ गया है जिससे धार्मिक अल्पसंख्यक समुदायों और दलितों को भेदभाव और उत्पीड़न का सामना करना पड़ रहा है।