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जी-20 में पीएम मोदी की JAI, जापान और अमेरिका के साथ पर दिया नया मंत्र

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अर्जेंटिना के ब्यूनस आयर्स में जी-20 शिखर सम्मेलन से अलग शुक्रवार को...
जी-20 में पीएम मोदी की JAI, जापान और अमेरिका के साथ पर दिया नया मंत्र

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अर्जेंटिना के ब्यूनस आयर्स में जी-20 शिखर सम्मेलन से अलग शुक्रवार को अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और जापान के प्रधानमंत्री शिजों आबे के साथ बैठक की। बैठक के बाद पीएम मोदी ने अर्जेंटीना में एक नया नारा भी दिया।

 ‘अगर तीनों देश मिलकर आगे बढ़ें तो जय सुनिश्चित है

मोदी ने जय (J A I- जापान, अमेरिका, इंडिया) का नारा दिया। उनके मुताबिक जय का मतलब है सफलता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह मंत्र अर्जेंटीना के ब्यूनस आयर्स में दिया। मौका था जापान-अमेरिका और भारत की पहली बार हुई त्रिपक्षीय मुलाकात का। प्रधानमंत्री मोदी ने इस त्रिपक्षीय बैठक को लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति समर्पित तो बताया ही, साथ ही कहा कि अगर तीनों देश मिलकर आगे बढ़ें तो जय सुनिश्चित है।

ट्रंप और शिंजो आबे ने भी इस बैठक पर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की

अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप और जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने भी इस बैठक पर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की। बैठक के बाद विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीटर पर लिखा- ‘हिंद प्रशांत क्षेत्र, समुद्री और संपर्क के मुद्दे पर अपने विचार साझा किए’।

व्हाइट हाउस ने इस बैठक के बारे में जारी एक बयान में बताया- अपने सहयोगी जापान और रक्षा साझेदार भारत के साथ अमेरिका ने सामान्य लोकतांत्रिक मूल्यों पर आधारित विशेष संबंध साझा किए।

इसमें कहा गया- “तीन नेताओं ने वैश्विक स्थायित्व और समृद्धि के लिए खुले एवं मुक्त हिंद प्रशांत विज़न के महत्व को दोहराते हुए तीनों देशों के बीच आपसी सहयोग बढ़ाने पर चर्चा हुई।”

ऐसे समय में साथ आए तीनों देश

दरअसल, तीनों देश ऐसे समय में साथ आए हैं जब तीनों से ही होड़ लेने वाला चीन दक्षिण चीनी सागर और पूर्वी चीनी सागर में विवाद खड़े कर रहा है। दोनों ही क्षेत्र खनिज, तेल और दूसके प्राकृतिक संसाधनों से भरपूर हैं। चीन के आक्रामक रवैये को लेकर एशिया की दोनों बड़ी ताकतें जापान और भारत फिक्रमंद हैं।

भारत और जापान से संबंध किसी भी दौर में इतने मजबूत नहीं रहे: ट्रंप

ऐसे में अमेरिकी राष्ट्रपति ने सही ही कहा है कि ये तीनों देशों के बीच सबसे मजबूत संबंधों का दौर है। ट्रंप ने कहा कि भारत और जापान से संबंध किसी भी दौर में इतने मजबूत नहीं रहे। साथ ही उन्होंने स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप की बात भी सामने रखी।

दोनों ही देश हमारे सामरिक साझेदार हैं और अच्छे दोस्त भी

बैठक से पहले संवाददाताओं से बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि तीनों देश वैश्विक शांति, समृद्धि और स्थायित्व के लिए बड़ी भूमिका निभाएंगे। दोनों ही देश हमारे सामरिक साझेदार हैं और अच्छे दोस्त भी।

शी, पुतिन, मोदी त्रिपक्षीय सहयोग बढ़ाने पर सहमत

वहीं, इससे पहले चीन, रूस और भारत के नेताओं के बीच एक अनौपचारिक बैठक में सहयोग विचारों का गहन आदान-प्रदान हुआ। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने समन्वय मजबूत करने, आपसी सहमति बनाने और संयुक्त रूप से वैश्विक शांति, स्थिरता और विकास को बढ़ावा देने के लिए आपसी सहयोग को बढ़ाने पर चर्चा हुई।

 

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