एनडीए ने सोमवार को बिहार के राज्यपाल रामनाथ कोविंद को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किया गया। कोविंद को 8 अगस्त 2015 को बिहार के राज्यपाल के पद पर नियुक्त किया गया था।
आज वे केंद्र में सत्तासीन भाजपा-एनडीए की ओर से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार हैं। लेकिन नाम घोषित होने से करीब 20 दिन पहले उन्हें शिमला स्थित प्रेसिडेंसियल इस्टेट परिसर की रिट्रीट बिल्डिंग में प्रवेश से रोक दिया गया। यह बात बिहार के मौजूदा राज्यपाल रामनाथ कोविंद के बारे में है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को एनडीए के राष्ट्रपति उम्मीदवार रामनाथ कोविंद पर सीधे तौर पर कुछ बोलने की बजाय कहा कि उम्मीदवार ऐसा होना चाहिए जो देश के लिए उपयोगी हो सके। उन्होंने कहा कि किसी ऐसे व्यक्ति को उम्मीदवार बनाया जाना चाहिए था, जिसका कद राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी या सुषमा स्वराज या आडवाणी के बराबर होता।
बीजेपी संसदीय बोर्ड की बैठक के बाद भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने एनडीए के राष्ट्रपति उम्मीदवार के नाम की घोषणा कर दी है। बिहार के राज्यपाल रामनाथ कोविंद एनडीए के उम्मीदवार होंगे।
राष्ट्रपति पद के चुनाव में दावेदारी को लेकर विदेशमंत्री सुषमा स्वराज ने आज उन सभी खबरों को 'अफवाह' बताते हुए खंडन कर दिया है। हालांकि पक्ष और विपक्ष में से किसी ने भी राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है, इस पद के दावेदार के तौर पर सुषमा समेत कई लोगों के नाम चर्चा में हैं।
राष्ट्रपति चुनाव को लेकर सहमति बनाने की कोशिश में जुटी भाजपा के लिए अपनी ही सहयोगी शिवसेना को मनाना मुश्किल साबित होता दिख रहा है। इस सिलसिले में भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह रविवार को उद्धव ठाकरे से मुलाकात करेंगे।
तारीख घोषित होते ही राष्ट्रपति चुनाव को लेकर सक्रियता बढ़ गई है। भाजपा नेता और सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने मंगलवार को ट्वीट कर कहा कि लालकृष्ण आडवाणी इस पद के लिए सबसे योग्य उम्मीदवार हैं. सोमवार को ही अमित शाह ने राष्ट्रपति उम्मीदवार पर सहमति बनाने के लिए तीन सदस्यों की एक समिति गठित की थी।