उत्तरप्रदेश के विधानसभा चुनाव में सत्ताधारी समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन को लेकर चल रहे गतिरोध के बीच बसपा सुप्रीमो मायावती ने आज कांग्रेस को सलाह दी कि वह सपा के साथ मिलने की बजाय अकेले दम पर या छोटे धर्मनिरपेक्ष दलों के साथ गठजोड कर चुनाव लडे।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के मद्देनजर महागठबंधन बनाने को लेकर इसके दो संभावित घटक कांग्रेस एवं समाजवादी पार्टी के बीच मतभेद सामने आए हैं क्योंकि इसमें राष्ट्रीय लोक दल को शामिल किए जाने को लेकर दोनों के बीच सहमति नहीं बन पा रही है।
समाजवादी पार्टी ने शुक्रवार को 191 उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की सहमति से स्वीकृत इस सूची में शिवपाल सिंह यादव का भी नाम है। जबकि बाहुबली अतीक अहमद का टिकट काट दिया गया है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि वह हमेशा अपने पिता सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव के साथ मिलकर चलेंगे और उन्हीं के मार्गदर्शन में चुनाव लड़ेंगे। कांग्रेस के साथ गठबंधन के बारे में अखिलेश ने कहा कि एक-दो दिन में निर्णय ले लिया जाएगा।
समाजवादी पार्टी में मचे घमासान के बीच पार्टी के महासचिव अमर सिंह लंदन चले गए हैं। वहीं सोमवार को पार्टी के चुनाव चिन्ह को लेकर फैसला होना है कि अखिलेश या मुलायम किस गुट को चुनाव चिन्ह मिलेगा।
समाजवादी पार्टी में मचा घमासान शांत होता नहीं दिख रहा है। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव लखनऊ में समर्थकों के साथ बैठक कर रहे हैं वहीं दिल्ली में मुलायम सिंह यादव भी बैठक कर राय-मशविरा ले रहे हैं।
उत्तर प्रदेश के समाजवादी परिवार में जारी दंगल में सोमवार को दिखी मुलायमियत के बाद मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने चुनाव आयोग में अपने मुकाबिल खड़े अपने पिता सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव से मुलाकात करके आपसी सुलह-बातचीत के संकेत दिये।
समाजवादी पार्टी में सुलह का फार्मूला तैयार किया जा रहा है। हालांकि अभी भी कोई साफ तौर पर कुछ कहने की स्थिति में नहीं है लेकिन सूत्रों के मुताबके अगले चौबीस घंटों में सुलह हो जाएगा। शुक्रवार को भी बैठकों का दौर जारी रहा और खबर है कि चुनाव चिन्ह पाने के लिए बीच का कोई रास्ता निकाल लिया जाए।
सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी के दोनों गुटों में साइकिल पर कब्जे को लेकर जारी लड़ाई में सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव अपने अनुज शिवपाल सिंह यादव के साथ चुनाव आयोग में अपना पक्ष रखने के लिये आज एक बार फिर दिल्ली रवाना हुए।