समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आज उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार पर जम कर निशाना साधा। उन्होंने उत्तर प्रदेश की कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा कि गले में भगवा रंग पहनने वालों को पुलिस की पिटाई करने और थानों पर बलवा करने का लाइसेंस मिल गया है।
उत्तयर प्रदेश योगी आदित्य नाथ सरकार अपनी पूर्ववर्ती अखिलेश यादव सरकार की ‘समाजवादी’ योजनाओं के नाम बदने का फैसला किया है। गुरुवार देर रात कैबिनेट की बैठक में कई अहम फैसले लिए गए। मीडिया के मुताबिक अब अखिलेश यादव सरकार की जिन योजनाओं में समाजवादी शब्द जुड़ा था उनकी जगह ‘मुख्यमंत्री’ शब्द जोड़ने का फैसला किया गया है। इसके अलावा 14 अप्रैल से सूबे के हर जिला मुख्यालय पर 24 घंटे बिजली देने का निर्णय किया गया। जेवर एयर पोर्ट को भी मंजूरी दी गई।
समाजवादी पार्टी ने वरिष्ठ विधायक राम गोविन्द चौधरी को विधायक दल का नेता चुनाव है और अब वे नेता प्रतिपक्ष होंगे। इससे पहले माना जा रहा था कि आजम खान या शिवपाल सिंह यादव को नेता प्रतिपक्ष बनाया जा सकता है। लेकिन पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने चौधरी को नेता मनोनीत किया।
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मौजूदा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि 2022 सत्ता में आने के बाद मुख्यमंत्री आवास को गंगाजल से धुलवाएंगे। अखिलेश समाजवादी पार्टी की हार के बाद आयोजित समीक्षा बैठक के बाद मीडिया को संबोधित कर रहे थे।
समाजवादी पार्टी भाजपा की ओर से सीएम चेहरा तय हो जाने के बाद विपक्ष के नेता का नाम तय करेगी। गुरुवार को पार्टी ने जीते हुए विधायकों के साथ बैठक में यह फैसला लिया। जीते हुए विधायकों ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को अधिकृत किया है कि वे जिसे चाहेंगे उसे विपक्ष का नेता बनाए।
उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी रूझानों के बाद काफी पिछड़ती नजर आ रही है। अंतिम परिणाम अभी आने बाकी है। लेकिन एक बात सामने आ गई है कि बड़े मुकाबले में होने के बावजूद समाजवादी पार्टी चूक गई। अब चूक कहां हुई कैसे हुई अभी इस पर सपा का कोई नेता बात करने के लिए तैयार नहीं है।