राब्ता का ट्रेलर जारी होने के बाद लग रहा है कि इस फिल्म कृति सेनन और सुशांत सिंह राजपूत की जोड़ी जम जाएगी। निर्देशक दिनेश विजन को उम्मीद है कि वह फाइडिंग फेनी, कॉकटेल, बदलापुर की सफलता को फिर दोहराएंगे।
कोलकाता स्थित प्रेसीडेंसी कारागार के कैदियों को अब फैशन कार्यक्रमों के लिए परिधान सिलने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। कारागार की इस तरह की यह पहली पहल है।
राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय के 19वें भारत रंग महोत्सव के फेस टु फेस कार्यक्रम में अब भी नाटक को पहला प्रेम मानने वाले बालीवुड अभिनेता मनोज वाजपेई ने स्वीकार किया कि नटवा नाटक के शीर्षक किरदार को कई बार करने की वजह से मेरे निजी जीवन में भी हाव-भाव महिलाओं की तरह हो गए थे। उन्होंने कहा कि इस चरित्र से बाहर आने में उन्हें बहुत मेहनत करनी पड़ी। वह इतना हाबी था कि उससे बाहर आने के लिए न केवल कसरत करना पड़ी, जैसा कि मैने कहीं पढ़ा कि कमल हासन को भी ऐसा करना पड़ा था। बातचीत में उन्होंने बताया कि शूल फिल्म ईमानदार पुलिस इंस्पेक्टर के करेक्टर से बाहर आने में तो उन्हें मनोवैज्ञानिक का सहारा लेना पड़ा था।
दो फिल्मों के टकराने में इस बार शाहरूख खान और ऋतिक रोशन भिड़ गए हैं। दोनों ही अलग-अलग जॉनर की फिल्में हैं और दोनों की कलाकारों की अपनी फैन फॉलोइंग है। यह अलग बात है कि शाहरूख उसमें रितिक से बीस ही बैठेंगे।
रेलवे की खान पान नीतियों को लेकर समाजसेवी मेधा पाटेकर ने कई सवाल उठाए है। मेधा पाटेकर ने कहा कि रेलवे की नई कैटरिंग पालिसी एक तरह से रेलवे को निजीकरण की राह पर ले जाने वाला है। उन्होंने इस वर्ष से रेल बजट को मुख्य बजट के साथ समायोजित किये जाने पर भी सवाल उठाते हुए कहा किस इस कदम से रेलवे की स्वतंत्रता को समाप्त किया जा रहा है।
नोटबंदी के बाद लोगों के गैर-नकदी लेन-देन की ओर रूख करने के चलते डिजिटल मोबाइल भुगतान सेवा मुहैया कराने वाली कंपनी पेटीएम से रोजाना 70 लाख सौदे होने लगे हैं जिनका मूल्य करीब 120 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है।
'एमएस धोनी- द अनटोल्ड स्टोरी' फिल्म को सीधे-सीधे बायोपिक नहीं कहा जा सकता। इसमें सिर्फ महेंद्र सिंह के जीवन की कुछ घटनाएं हैं। नीरज पांडे ने हालांकि पूरी कोशिश की है कि यह एक अच्छी बायोपिक फिल्म लगे। पर कहीं-कहीं लगता है कि धोनी के जीवन की कुछ परतें खुलनी फिर भी बाकी रह गई हैं।
उद्योग जगत ने भारतीय सेना द्वारा नियंत्रण रेखा के पार जाकर आतंकी ठिकानों को नष्ट करने के कदम का पूरा समर्थन करते हुए आज कहा कि यह कड़ी कार्रवाई का समय है।
पूर्व कोयला सचिव एच सी गुप्ता ने सोमवार को एक विशेष अदालत को बताया कि उन्होंने तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह से कोई सूचना नहीं छिपाई थी। उस समय कोयला मंत्रालय का प्रभार भी मनमोहन सिंह के पास ही था। गुप्ता कोयला घोटाले के कई मामलों में आरोपी हैं।