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Search Result : "होली व्यंग्य"

जन्मदिन : टैक्स की बीमारी और जातिवाद, क्षेत्रवाद पर हरिशंकर परसाई के दो सशक्त व्यंग्य

जन्मदिन : टैक्स की बीमारी और जातिवाद, क्षेत्रवाद पर हरिशंकर परसाई के दो सशक्त व्यंग्य

हमारे देश में टैक्स पर बहस अब भी चल रही है और जातिवाद, क्षेत्रवाद तो इस देश की पुरानी समस्याएं हैं। मशहूर साहित्यकार, व्यंग्यकार हरिशंकर परसाई के जन्मदिन पर इन विषयों पर उनके दो सशक्त व्यंग्य।
महाराष्ट्र सरकार के विरोध में किसानों ने खेली दूध की होली, धारा 144 लागू

महाराष्ट्र सरकार के विरोध में किसानों ने खेली दूध की होली, धारा 144 लागू

महाराष्ट्र सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप लगाने वाले किसानों के आंदोलन का असर आज दूसरे दिन भी बरकरार है। कर्ज माफी की मांग को लेकर किसान गुरुवार से हड़ताल पर हैं। राज्य में किसान आंदोलन में जारी हिंसा को देखते हुए प्रशासन ने धारा 144 लागू कर दी है। किसानों ने बुलडाणा में दूध से होली भी खेली।
होली के रंग में रंगा पूरा भारत

होली के रंग में रंगा पूरा भारत

देश भर में आज पारंपरिक हर्षोल्लास के साथ होली का त्योहार मनाया गया और सड़कें-गलियां रंगों से सराबोर रहीं। चारों ओर रंगों से पुते चेहरे नजर आए और बच्चों ने छतों से दूसरों पर पानी से भरे गुब्बारे फेंके। लोगों ने एक-दूसरे को होली मुबारक कहते हुए गले लगाया और ढोल-नगाड़ों की आवाज पर ठुमके भी लगाए।
डीयू छात्रावासों ने लड़कियों के होली पर बाहर निकलने पर लगाया प्रतिबंध

डीयू छात्रावासों ने लड़कियों के होली पर बाहर निकलने पर लगाया प्रतिबंध

दिल्ली विश्वविद्यालय के लड़कियों के दो छात्रावासों ने होली पर उनके बाहर निकलने पर प्रतिबंध लगा दिया है जिसे लेकर छात्राओं ने तीखी प्रतिक्रिया दी है और इस कदम को मनमाना करार दिया है।
कौन होगा रंगरेज...कौन होगा बदरंग

कौन होगा रंगरेज...कौन होगा बदरंग

रंगों के त्यौहार से ऐन पहले उत्तर प्रदेश में शनिवार को चुनाव नतीजों का पिटारा खुलने के साथ ही यह तय हो जाएगा कि इस बार कौन होली मनाएगा और किसकी उम्मीदें बदरंग हो जाएंगी।
मथुरा में रंग बरसने लगे,  बरसाना में लठमार से मच रही धूम

मथुरा में रंग बरसने लगे, बरसाना में लठमार से मच रही धूम

ब्रज में रंग और उमंग के अनूठे त्यौहार होली का आनंद फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि वसंत पंचमी के दिन से ही बिखरने लगता है किंतु फाल्गुन शुक्ल नवमी के दिन बरसाना की लठमार होली से वह आनंद मानों परवान चढ़ जाता है। उसके बाद तो फिर होलिका दहन के दस दिन बाद तक रंगों की धूम मची रहती है।
व्यंग्य और हाजिरजवाबी थी चो की सबसे बड़ी खासियत

व्यंग्य और हाजिरजवाबी थी चो की सबसे बड़ी खासियत

पत्रकारिता, थियेटर और सिनेमा के क्षेत्र में अपनी छाप छोड़ने वाले बहुमुखी प्रतिभा के धनी चो एस रामास्वामी तमिलनाडु का एक ऐसा नाम थे जिन्हें उनके व्यंग्य और हाजिरजवाबी के लिए जाना जाता है।
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