पूरे साल भर आप जिस त्वचा को संभाल कर रखते हैं, होली के दिन उसे थोड़ा-बहुत नुकसान तो हो ही जाता है। कितना भी प्राकृतिक रंगों बात की जाए लेकिन उनमें केमिकल होना तय है।
होली का त्योहार हो और ठंडाई न पी जाए तो क्या मजा। भांग की ठंडाई पीने का मजा केवल होली में ही है। इसके बिना तो होली बुरा मान जाएगी! है न। भांग की ठंडाई पी कर ढोलक की थाप पर नाचने का मजा ही कुछ और है। अगर मन भांग की ठंडाई मिल जाए तो साल भर इस तृप्ति का अहसास रहता है। अगर आपको होली की ठंडाई बनाने की विधि नहीं आती तो परेशान होने की बात नहीं है। यह लीजिए पेश है भांग की ठंडाई खास आपकी इच्छा की मांग पर।
होली का त्योहार आते ही फागुनी मस्ती में मिठास घुल जाती है। इस मिठास का स्वाद और बढ़ जाता है जब इसमें गुझिया की खुशबू और रंगत भी शामिल हो जाते हैं। होली के पर्व पर यह खास पकवान घर-घर बनाया जाता है।