एक ओर जहां महागठबंधन तोड़ नीतीश कुमार ने बिहार में भाजपा के साथ हाथ मिलाकर नई सरकार बना ली है, तो वहीं जद (यू) के वरिष्ठ नेता शरद यादव ने बगावती तेवर अख्तियार कर लिया है।
जेडीयू के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव की ओर से आयोजित ‘साझा विरासत बचाओ सम्मेलन’ में विपक्षी दलों ने एकजुट होकर अपनी ताकत का अहसास कराया। सम्मेलन में जुटे विपक्षी नेताओं ने गुजरात विधानसभा तथा देश के अगले आम चुनाव के लिए विघटनकारी ताकतों को रोकने के लिए ठोस रणनीति बनाने पर जोर दिया। सम्मेलन में विपक्षी दलों के नेता जिस तरह से जुटे उसे सियासी हलकों में अहम माना जा रहा है।
गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में बच्चों की मौत को लेकर बुधवार को राज्य सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन कर रहे कांग्रेसी नेताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
राजद अध्यक्ष और बिहार के भूतपूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने शुक्रवार को एक बार फिर भागलपुर फर्जीवाड़े को लेकर राज्य के डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी पर हमला बोला है।
बिहार में सियासी हलचल के बीच नीतीश सरकार के मंत्री पर फतवा जारी हो गया है। मंत्री खुर्शीद अहमद पर ‘जय श्री राम’ के नारे लगाने की वजह से यह फतवा जारी किया गया है।