आनंद एल राय निर्माता के रूप में शायद ‘तनु वेड्स मनु’ से आगे कुछ चाह रहे थे। इस बार उन्होंने निर्देशन की बागडोर आर एस प्रसन्ना के हाथों में दे दी। फिल्म के कई संवादों पर खूब तालियां बजीं, ठहाके भी लगे। बालकनी में बैठने वाले शायद सीटी न बजा पाएं पर जो लोग ड्रेस सर्किल में बैठते हैं उनके लिए उसकी पूरी छूट है। इसका सिर्फ इतना सा कारण है कि फिल्म पहली बार सेक्स करने में अक्षम पुरुष पर खुल कर बात करती है।
बॉलीवुड के सिंघम अजय देवगन एक बार फिर से महाराष्ट्र पुलिस की एक अवेयरनेस कैंपेन का हिस्सा बन गए हैं। लेकिन इस बार अजय महाराष्ट्र पुलिस के साथ मिलकर लोगों को बैंक फ्रॉड के प्रति जागरुक करने का प्रयास करेंगे।