अब किसान किसान आंदोलन की आग हरियाणा पहुंच गई है। आज हरियाणा में कांग्रेस किसानों के मसले पर महापंचायत करेगी, तो वहीं कई संगठनों ने हाईवे जाम का ऐलान किया है।
बड़े काॅरपोरेट घरानों और अमीर लोगों की मदद करने के राहुल गांधी के आरोपों पर पलटवार करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि उनकी सरकार गरीबों के लिए काम करने को लेकर प्रतिबद्ध है। उन्होंने जोर देकर यह भी कहा कि नोटबंदी से एक ही झटके में काला धन, आतंकवादियों को मिलने वाले पैसे और मानव एवं ड्रग्स तस्करी पर चोट पड़ी है।
नोटबंदी के जनप्रभाव को कम करने के उद्देश्य से महाराष्ट्र सरकार महा वॉलेट पर काम कर रही है ताकि नकदी रहित लेनदेन को प्रोत्साहन दिया जा सके। वित्त मंत्री सुधीर मुगंतीवार ने पीटीआई-भाषा से कहा, मैंने सूचना प्रौद्योगिकी विभाग से कहा है कि वह इस संबंध में एक रपट (प्रस्ताव पर आधारित) बनाकर मुझे 15 दिन के भीतर सौंपे।
मुंबई में हमेशा से ही बिहार के लोगों का विरोध होता रहा है। बिहार और पूर्वांचल के लोगों को बाहर निकालने के लिए वहां कई बार प्रदर्शन भी होते हैं। मौजूदा सरकार में सहयोगी शिवसेना इन विरोधों को न सिर्फ हवा देती है बल्कि अगुआई भी करती है। ऐसे में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फणनवीस का छठ पूजा में जाना कई संदेश देता है।
बिहार ही नहीं दिल्ली भी छठ के रंग में रंग गई है। चार दिन के अनुष्ठान के लिए व्रती तो तैयार हैं ही, उनके साथ परिवार जन, आस्थावान लोग भी रविवार शाम को अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देने के लिए तैयार हैं।
देश में पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गाय पर बोले। अपने टाउनहॉल कार्यक्रम में डेढ़ घंटे के संबोधन के आखिरी वक्त में उन्होंने गाय पर चुप्पी तोड़ी। गोरक्षा के नाम पर गुंडागर्दी की बात कही लेकिन हिंदू महासभा पीएम के बयान के खिलाफ खड़ी हो गई है।
अपनी सरकार के कामकाज की आलोचना करने वालों को आड़े हाथ लेते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उनकी दो साल पुरानी सरकार ने 700 से ज्यादा योजनाएं शुरू की हैं और फिर भी अगर कुछ काम नहीं भी हो सके हैं तो भी मैं देश को गलत राह पर नहीं जाने दूंगा।
भारतीय अमेरिकी समुदाय के लोगों ने यहां ऐतिहासिक पोटोमैक नदी के तटों पर छठ का पर्व मनाया जहां पारंपरिक परिधान में सजी महिलाओं ने उगते सूर्य की पूजा की। वर्जीनिया में छठ पर्व तीन दिन तक मनाया गया जिसमें करीब 250 भारतीय अमेरिकी लोगों ने भाग लिया।
बिहार में चुनाव नतीजे आने के बाद भले ही नीतीश कुमार बिहार का मुख्यमंत्री बनने की तैयारी कर रहे हों मगर राज्य के नेताओं और नौकरशाहों को पता है कि सत्ता का केंद्र कहां रहने वाला है। तभी तो छठ पर्व के खरना वाले दिन पटना में लाल और नीली-पीली बत्ती लगी गाड़ियों की सबसे लंबी कतार लालू प्रसाद के निवास के बाहर दिखाई दे रही थी।