प्रख्यात इतिहासकार और जीवनीकार रामचंद्र गुहा ने आज कहा कि भारतीय बहुलवाद सबसे बड़े खतरों में से एक खतरे का सामना कर रहा है। यह खतरा उसे उन धार्मिक राष्ट्रवादियों से है, जो इसे कमजोर करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
राष्ट्रवाद महज झंडा फहराने, नारे लगाने या भारत माता की जय नहीं बोलने वालों को दंडित करने से साबित नहीं किया जा सकता बल्कि देश की जरूरतों को पूरा करने की बड़ी प्रतिबद्धता ही राष्ट्रवाद है।
पूर्व केंद्रीय कानून मंत्री राम जेठमलानी ने रविवार को कहा कि वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में विदेशी बैंकों में जमा कालाधन वापस लाने समेत तमाम वादों के मद्देनजर उन्होंने नरेंद्र मोदी का सहयोग किया था लेकिन अब वह खुद को इसके लिए गुनहगार और ठगा हुआ महसूस करते हैं।