रक्षामंत्री अरुण जेटली के उस बयान पर कि भारत 1962 वाला नहीं रहा और 2017 तक काफी बदल चुका है, आज चीन ने भी कहा कि चीन भी 1962 वाला नहीं रहा है। दोनों देशों के बीच सिक्किम सीमा पर गतिरोध बना हुआ है।
भारत ने चीन के उस दावे को खारिज कर दिया है, जिसमें कहा गया था कि भारतीय सैनिकों ने चीन की सीमा का उल्लंघन किया है। साथ ही चीन की धमकी के जवाब में वित्तमंत्री ने कहा कि 2017 का भारत 1962 के भारत से काफी अलग है।
चीन ने कहा है कि जब तक भारत ‘चीनी क्षेत्र’ से अपने सैनिकों वापस नहीं बुला लेता तब तक कोई सार्थक बात नहीं होगी। सैनिकों की वापसी न होने पर सीमा पर मौजूदा तनाव और बढ़ेगा।
नेपाल में 28 जून को निगम चुनावों के चलते भारत नेपाल की सीमाएं 48 घंटे पहले सील कर दी गई हैं ताकि अंतरराष्ट्रीय सीमा में कोई असामाजिक तत्व प्रवेश कर माहौल न बिगाड़ पाए।
उत्तराखंड में भारत-नेपाल सीमा से सटे और सामरिक दृष्टि से संवेदनशील गांव तेजी से खाली होते जा रहे हैं। यहां सीमावर्ती गांव मकसून तो पूरी तरह खाली हो चुका है। सीमा पर सुरक्षा प्रहरी की भूमिका निभाने वाले ग्रामीण सुविधाओं की तलाश में अपनी माटी को छोड़ने को मजबूर हैं।
कहते हैं इतिहास खुद को दोहराता है। जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल ने पीएम मोदी के साथ हाथ न मिलाकर उन्हें एक फिर गच्चा दे दिया है। 2015 में भी मर्केल ने मोदी के साथ कुछ इसी अंदाज में हाथ नहीं मिलाया था।
जर्मनी के डार्टमंड शहर में एक फुटबाल टीम की बस उस वक्त धमाकों से दहल गई जब उसे निशाना बनाकर एक के बाद एक तीन विस्फोट किए गए। बस दस किलोमीटर दूर स्थित बोरूशिया स्टेडियम जा रही थी। विस्फोट से बस की खिड़कियां टूट गई और दाहिने ओर से जल गई।