प्रथम दृष्टि : पिता की जगह “बीते साल की कुछ ऐसी स्मृतियां जो संजोकर रखना चाहेंगे, कुछ ऐसी भी, जो हमें वर्षों तक सालती रहेंगी” एक... DEC 27 , 2022
आवरण कथा / पिता पुराण: छतनार बरगद सा पिता “पिता और पुरुष को एक मान लेने की समस्या बीती सदी में दुनिया भर में कमोबेश एक साथ पैदा हुए अस्मितावादी... DEC 24 , 2022
मेरे पिता : पापा कहते थे मेहनत की खाना नील नितिन मुकेश, अभिनेता पिता : गायक नितिन मुकेश आम तौर पर लड़के अपनी मां के करीब होते हैं मगर मैं यह... DEC 24 , 2022
पुस्तक समीक्षा: राजनीति में ज्ञान “पुस्तक तमाम विमर्शों और नए सवालों को सामने रखकर उस पर विचार करने को प्रेरित करती है” ज्ञान की... DEC 21 , 2022
ग्रामीण नाम : बदनाम गाम की शर्म “हर क्षेत्र में कुछ ऐसे गांव हैं जिनके नाम वहां के लोगों को शर्मिंदा करते हैं, इन नामों के बदलने की... DEC 19 , 2022
इंटरव्यू : मेरी वेब सीरीज बिहार की छवि धूमिल करने वाली नहीं, बोले फिल्मकार नीरज पाण्डेय बिहार इन दिनों हिन्दी सिनेमा की धुरी बना हुआ है। तमाम फिल्म निर्देशक बिहार से जुड़ी कहानियों को कह रहे... DEC 17 , 2022
दस साल निर्भया/इंटरव्यू/एडवोकेट ए.पी. सिंह : “पुरुष किसके पॉलिटिकल एजेंडे में है ?” “जब तक लोग अपने लड़के-लड़कियों को बौद्धिक, शारीरिक और मानसिक स्तर पर सशक्त नहीं करेंगे, तब तक घटनाएं... DEC 16 , 2022
दस साल निर्भया/इंटरव्यू/आशा सिंह : “वक्त 2012 में ही जैसे ठहर गया है, बल्कि बदतर होता जा रहा है” “16 दिसंबर 2012 की उस काली रात के बाद का वह मंजर याद कीजिए, जब उस बहादुर लड़की ने कई बलात्कारियों से लोहा... DEC 16 , 2022
दस साल निर्भया/इंटरव्यू/सीमा कुशवाहा : “बलात्कार की संस्कृति को बढ़ावा दे रहा सिस्टम” “दूसरे देशों में फांसी की सजा एक निषेध के रूप में इस्तेमाल की जाती है। यहां फांसी की सजा से ज्यादा अहम... DEC 16 , 2022
आवरण कथा/दस साल निर्भया: निर्भय निर्लज्जता की हदें “निर्भया कांड के दस साल बाद और उसके गुनहगारों को फांसी के करीब तीन साल बाद रोज बढ़ती यौन हिंसा और उसकी... DEC 16 , 2022