लोकोक्तियों का लौटना कहानी कहने-सुनने की परंपरा सभ्यता के आरंभ से ही समाज में रही है। इसी कड़ी में बिहार की सामाजिक... JUL 31 , 2020
सत्ता गई, कवयित्री बची रही बीसवीं सदी के शुरुआत में उभरी रूसी कवयित्री मारीना त्स्वेतायेवा का जीवन बहुत त्रासद रहा। वह एक कुलीन... JUL 28 , 2020
झारखंड: सत्ता चली गई, जंग जारी है निर्दलीय विधायक और भाजपा शासन के दौरान रघुवर दास की कैबिनेट में मंत्री रहे सरयू राय ने अपनी पुस्तक... JUL 28 , 2020
सत्ता गई, कवयित्री बची रही बीसवीं सदी के शुरुआत में उभरी रूसी कवयित्री मारीना त्स्वेतायेवा का जीवन बहुत त्रासद रहा। वह एक कुलीन... JUL 24 , 2020
दिल्ली में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच राष्ट्रमंडल खेल गांव के इनडोर स्टेडियम में कोविड-19 केयर सेंटर बनाने का काम करते मजदूर JUL 01 , 2020
जीवन की परतों को खोलती कहानियां ‘उत्तरवाहिनी’ मीना झा द्वारा लिखी हालिया प्रकाशित कहानी संग्रह है। इस संग्रह में कुल छह कहानियां... JUN 11 , 2020
किसान आंदोलन के गढ़ सिसौली में गन्ना किसान ने की आत्महत्या देश में किसान आंदलोन का केंद्र रहे सिसौली से एक दुखद खबर आई है। वहां के गन्ना किसान ओमपाल ने गन्ने की... JUN 05 , 2020
आर्थिक सुधारों की यात्रा की कहानी 1991 में भारत की आर्थिक नीतियों में जो बहुत बड़ा बदलाव आया उसकी नींव अस्सी के दशक में ही पड़ चुकी थी और... JUN 04 , 2020
प्रतिरोध के संवादी सुर संजोए कविता में बंटवारा लेखन को महज साहित्य-साधना नहीं, बल्कि सांस्कृतिक कर्म के तौर पर लेने के पक्षधर रामकुमार कृषक ने सन् 1988... JUN 02 , 2020