अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के कार्यकर्ता ने मंदसौर जिले के पिपलिया मंडी में 6 जून को हुई पुलिस फायरिंग में मारे गए पांच किसानों को श्रद्धांजलि देने के बाद किसान मुक्ति यात्रा का शंखनाद किया।
सिक्किम के नाथू-ला दर्रे से पास होने वाली कैलाश मानसरोवर यात्रा शुक्रवार को रद्द हो गई। कुछ दिन से सिक्किम में भारत-चीन के बीच सीमा विवाद चल रहा है जिसके चलते यह फैसला लिया गया है।
अमरनाथ की वार्षिक यात्रा के लिए आज जम्मू बेसकैंप से अमरनाथ यात्रियों का पहला जत्था रवाना हो चुका है। प्रशासन ने यात्रा पर सैटेलाइट ट्रैकिंग सिस्टम शामिल करने के साथ ही सुरक्षा पैमाने को उच्चतम स्तर पर पहुंचा दिया है।
चीन के मानसरोवर यात्रा रोके जाने पर कांग्रेस ने प्रधानमंत्री मोदी पर बड़ा हमला बोला है। कांग्रेस ने पूछा कि कहां है प्रधानमंत्री मोदी का 56 इंच का सीना और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि पिछले साल सरकार ने जब यह रास्ता खुलवाया था तो इसका जमकर प्रचार किया था लेकिन आज जब चीन भोले के भक्तों को वहां से भगा रहा है तो सरकार चुप है।
सभी किसानों की कर्जा माफी और फसल का न्यूनतम समर्थम मूल्य (एसएमपी) के मुद्दों पर देशभर के किसानों में अलख जगाने के लिए मध्यप्रदेश के मंदसौर से छह जुलाई को जनजागृति यात्रा निकाली जाएगी और यह यात्रा दो अक्तूबर को महात्मा गांधी के किसान आंदोलन की सौवीं वर्षगांठ पर बिहार के चंपारण में समाप्त होगी। यह फैसला शुक्रवार को दिल्ली के गांधी शांति प्रतिष्ठान में जुटे करीब 130 किसान संगठनों ने सर्वसम्मति से लिया। इस यात्रा को अंजाम देने के लिए अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति का गठन किया गया है। इतनी बड़ी संख्या में किसानों के संगठन का एकसाथ जुटना किसान एकता की दिशा में एतिहासिक कदम माना जा रहा है। समजा जाता है कि किसानों की इस तरह एकजुटता लंबे अर्से बाद दिखाई दी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मां नर्मदा अहंकारी आदमी को जमीन पर ला पटकती है। मध्य प्रदेश की पावन नगरी अमरकंटक में पीएम मोदी ने कहा कि हम तीर्थ यात्रा कर नहीं सकते है लेकिन किसी तीर्थ यात्री को प्रणाम कर ले तो यात्रा का पुण्य प्राप्त होता है। मैं आप सभी यात्रियों को प्रमाण कर एक तरह से पुण्य कमाने आया हूं।
मध्यप्रदेश में सरकार द्वारा नर्मदा नदी के संरक्षण के लिए चलाई जा रही नमामि देवी नर्मदे सेवा यात्रा से प्रेरणा लेते हुए देश के उत्तर पूर्वी राज्य असम में भी 31 मार्च से पांच दिवसीय नमामि ब्रह्मपुत्र अभियान चलाया जाएगा।