सांस्कृतिक चेतना के लिए प्रयास जरूरी हैं। नई पीढ़ी जब कला-संस्कृति को करीब से देखेगी तभी उससे प्रेम करना सीखेगी। मध्यप्रदेश के धार में ऐसे ही छंदकोत्सव में न सिर्फ नई पीढ़ी ने हिस्सा लिया बल्कि सीमाएं तोड़ कर एक विदेशी ने ओडिसी की शानदार प्रस्तुति दी।