बीजिंग ओलंपिक में प्रभावशाली प्रदर्शन करने के आठ साल बाद अखिल कुमार और जितेंद्र कुमार रिंग में बतौर पेशेवर मुक्केबाज वापसी करने को तैयार हैं। दोनों मुक्केबाज राष्ट्रमंडल खेल और एशियाई चैम्पियनशिप पदकधारी हैं। दोनों इनफिनिटी आप्टिमल सोल्यूशंस (आईओएस) से करार करने के करीब हैं जो भारत में मौजूदा डब्ल्यूबीओ एशिया पैसिफिक चैम्पियन विजेंदर सिंह के प्रोमोटर हैं।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पारंपरिक रूप से लोगों को खुद से जोड़ने के साथ-साथ अब आधुनिक दौर के अनुसार हाईटेक होता जा रहा है। इसके तहत संघ अपनी वेबसाइट के माध्यम से अपनी पहुंच को व्यापक करने के साथ आईटी पेशेवरों तथा शहरों में रहने वाले युवाओं को भी स्वयं से जोड़ रहा है।
अमेरिका को एच1बी वीजा के लिए आवेदन खुलने के पांच दिन में ही 2,36,000 आवेदन मिले। यह भारत समेत देशों के सूचना प्रौद्योगिकी पेशेवरों के बीच सबसे लोकप्रिय वीजा है और इसके लिए कंप्यूटर लाटरी निकाली जा चुकी है।
देश के सबसे लोकप्रिय मुक्केबाज और ओलंपिक कांस्य पदक विजेता विजेंदर सिंह ने एमेच्योर (शौकिया) मुक्केबाजी को छोड़कर अब पेशेवर मुक्केबाजी को अपना लिया है। इसका अर्थ यह है कि अब विजेंदर किसी भी राष्ट्रीय या अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में भारत का प्रतिनिधित्व नहीं कर पाएंगे और अगले वर्ष ओलंपिक में भी भाग नहीं ले पाएंगे। ओलंपिक पदक जीतने वाले पहले भारतीय मुक्केबाज बनने के बाद विजेंदर भारतीय मुक्केबाजी का चर्चित चेहरा बन गए थे।