भारतीय जनता पार्टी के लोकसभा सांसद परेश रावल गहरे विवाद में फंसते दिख रहे हैं। दरअसल रविवार को उन्होंने एक ट्वीट किया जिसमें उन्होंने लिखा कि कश्मीर में किसी पत्थरबाज को सेना की जीप पर बांधने की जगह लेखिका अरुंधति राय को उस जीप पर बांधना चाहिए। परेश रावल के इस ट्वीट के बाद से ही सोशल मीडिया पर हंगामा मचा हुआ है। कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने ट्विटर पर जवाब दिया है कि बेहतर होगा कि जम्मू-कश्मीर में भाजपा-पीडीपी गठबंधन करवाने वाले को जीप पर बांधा जाए।
नक्सली और कश्मीर जैसे मुद्दों पर लगातार सरकार के विरोध का रुख रखने वालीं एक्टिविस्ट अरुंधति रॉय को स्वाभाविक रूप से दुनिया के उस हिस्से से समर्थन मिला है जिस हिस्से में भारत का विरोध ही धर्म है। पाकिस्तान की एक राज्य असेंबली ने कश्मीर विवाद को हवा देने की एक और कोशिश के तहत रॉय को कश्मीर मुद्दे पर बातचीत का न्योता दिया है।
जानी-मानी राजनयिक अरुंधति घोष का 76 साल की उम्र में कल रात निधन हो गया। घोष संयुक्त राष्ट्र में भारत की राजदूत रह चुकी हैं और व्यापक परमाणु परीक्षण प्रतिबंध संधि (सीटीबीटी) पर वार्ता में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व करते हुए उन्होंने भारत के पक्ष को जोरदार तरीके से रखा था।
देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक की अध्यक्ष अरुंधति भट्टाचार्य ने कहा कि आज की ऐसी दुनिया जो कि एक-दूसरे से पहले से काफी ज्यादा जुड़ी हुई है उसके लिये ब्रेग्जिट ठीक नहीं है।
मास्को की मुलाकात कोई औपचारिक इंटरव्यू नहीं थी। न ही यह लुक-छिपकर की गई कोई भेंट थी। बढ़िया बात यह थी कि हमारा मिलना किसी सतर्क, कूटनीतिक, औपचारिक एडवर्ड स्नोडेन से नहीं हुआ। अफसोस की बात यह है कि कमरा नंबर 1001 में हुए मजाकों, हास्य और मसखरेपन को उसी तरह व्यक्त नहीं किया जा सकता।
देश में असहिष्णुता के माहौल को लेकर पुरस्कार वापसी का सिलसिला जारी है। अब जाने-माने फिल्म फिल्मकार कुंदन शाह, निर्देशक सईद मिर्जा और प्रसिद्ध लेखिका अरुंधति रॉय समेत 24 फिल्मकारों ने अपने राष्ट्रीय पुरस्कार लौटाने का ऐलान किया है। इससे पहले दिबाकर बनर्जी और आनंद पटवर्धन समेत 11 लोगों ने अभिव्यक्ति की आजादी और असहिष्णुता के मुद्दे पर अपने पुरस्कार लौटा दिए थे।