हिंदी और डोगरी भाषा की जानी-मानी लेखिका पद्मा सचदेव का निधन हिंदी और डोगरी की जानी-मानी लेखिका पद्मा सचदेव का आज सुबह मुंबई में निधन हो गया। वह 81 वर्ष की थी।... AUG 04 , 2021
लोकसभा में अब डोगरी-कोंकड़ी समेत पांच और भाषाओं में बोल सकते हैं सदस्य लोकसभा के सदस्य अब हिंदी, अंग्रेजी और कुछ प्रादेशिक भाषाओं के अलावा पांच अन्य भाषाओं में अपनी बात सदन... AUG 10 , 2018
'चित्त चेते' के लिए पद्मा सचदेव को मिला सरस्वती सम्मान डोगरी की विख्यात साहित्यकार पद्मा सचदेव की आत्मकथा चित्त चेते को 2015 के सरस्वती सम्मान के लिए चुना गया है। साल 2005 से 2014 की अवधि में प्रकाशित पुस्तकों पर विचार करने के बाद चयन परिषद् ने सचदेव की आत्मकथा को प्रतिष्ठित सरस्वति सम्मान के लिए चुना। APR 12 , 2016