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लॉकडाउन के बीच रोजगार का संकट, मुंबई से परिवार के साथ अपने ऑटो रिक्‍शा से मूल निवास को लौटने काे मजबूर ऑटो ​श्रमिक

लॉकडाउन के बीच रोजगार का संकट, मुंबई से परिवार के साथ अपने ऑटो रिक्‍शा से मूल निवास को लौटने काे मजबूर ऑटो ​श्रमिक

कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के प्रकोप के मद्देनजर देशभर में लागू लॉकडाउन के बीच मुंबई के हजारों ऑटो...
वाणिज्य मंत्रालय ने की मलेशिया से खाद्य तेल आयात पर 5 फीसदी अ‌ति‌रिक्‍त  शुल्क लगाने की सिफारिश की

वाणिज्य मंत्रालय ने की मलेशिया से खाद्य तेल आयात पर 5 फीसदी अ‌ति‌रिक्‍त शुल्क लगाने की सिफारिश की

घरेलू बाजार में खाद्य तेलों के आयात में हो रही बढ़ोतरी को कम करने के लिए सरकार ने 5 फीसदी सेफगार्ड...
अच्‍छे दिन : देश के 23 आईआईटी में शिक्षकों के 35 फीसद पद खाली

अच्‍छे दिन : देश के 23 आईआईटी में शिक्षकों के 35 फीसद पद खाली

देश के शैक्षणिक परिसरों में अध्यापकों के अभाव की समस्या नयी नहीं है। लेकिन सूचना के अधिकार :आरटीआई: से खुलासा हुआ है कि आईआईटी जैसे शीर्ष इंजीनियरिंग संस्थान भी इससे जूझ रहे हैं। देश के 23 आईआईटी में शिक्षकों के औसतन लगभग 35 प्रतिशत स्वीकृत पद खाली पड़े हैं।
गरीबी में पूर्व बॉक्‍सर बना सफाईकर्मी, लेकिन छोड़ी नहीं आस

गरीबी में पूर्व बॉक्‍सर बना सफाईकर्मी, लेकिन छोड़ी नहीं आस

15 साल की उम्र में अभिनेता धर्मेंद्र की फिल्म मैं इंतकाम लूंगा देखकर मुक्केबाजी रिंग में उतरे कमल कुमार वाल्मीकि ने जिला और प्रदेश स्तर पर कई पदक जीते और उत्तर प्रदेश का नाम रोशन किया। लेकिन एक सफाई कर्मचारी का यह होनहार मुक्केबाज बेटा पैसों की तंगी के कारण आगे नही खेल सका और अब यह अपने मुक्केबाजी के करियर के सपनों को दफन कर रोजी रोटी के लिये 4200 रूपये प्रति माह पर कूड़ा-गंदगी उठा रहा है।
सीआईसी, सीवीसी प्रमुखों के नामों को मंजूरी

सीआईसी, सीवीसी प्रमुखों के नामों को मंजूरी

वरिष्ठतम सूचना आयुक्त विजय शर्मा को नया मुख्य सूचना आयुक्त और पूर्व सीबीडीटी प्रमुख केवी चौधरी को नया केन्द्रीय सतर्कता आयुक्त नियुक्त किए जाने की संभावना है। सरकार और विपक्ष आज मुख्य सूचना आयुक्त (सीआईसी) और केंद्रीय सतर्कता आयुक्त (सीवीसी) के नामों पर राजी हो गए। ये पद पिछले नौ महीने से भी ज्यादा समय से रिक्त पड़े हैं। जिसे लेकर सरकार की खूब आलोचना हो रही थी।
व्यवस्था की विकलांगता ही चुनौतीः केदार

व्यवस्था की विकलांगता ही चुनौतीः केदार

जब वह मेरे दफ्तर मिलने के लिए आए तो अचानक ही लगा कि मेरा दफ्तर भी विकलांग व्यक्ति के लिए कितना असुविधाजनक है। वह हथेलियों में हवाई चप्पल पहने हुए पूरी सहजता और जबर्दस्त आत्मविश्वास के साथ दफ्तर में आ चुके थे। तकरीबन लपकते हुए वह कुर्सी की ओर बढ़े।
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