चकाचौंध से दूर सादगी से जीवन बिताने की इच्छा रखने वाले असम के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल का काफिला सडक़ से कब गुजर जाता है, किसी को पता नहीं चलता। उग्रवाद प्रभावित राज्य होने के बावजूद मुख्यमंत्री के लिए न तो सडक़ खाली कराई जाती है और न सायरन बजता है। वे यह कहते हुए प्रचार से बचते हैं कि उनका काम ही उनका प्रचार है। वे टीवी चैनलों को साक्षात्कार भी नहीं देते। आउटलुक हिंदी के लिए रविशंकर रवि से बड़ी मुश्किल से बातचीत के लिए तैयार हुए और यह पूरी बातचीत हिंदी में ही हुई। पेश हैं मुख्य अंश:
अपर असम के ताकतवर ‘अहोम’ समुदाय की नाराजगी की हल्की सी झलक पाकर भाजपा नेतृत्व ने तेजी से क्राइसिस मैनेजमेंट किया और एक साथ सोशल इंजीनियरिंग के कई निशाने साधे। नगांव के सांसद राजेन गोहाईं केंद्र में मंत्री बनाने की रेस में नहीं थे। लेकिन असम में एम्स बनने के मुद्दे पर नगांव के लोगों, खासकर ‘अहोम’ समुदाय की नाराजगी सामने आने के बाद चार बार से सांसद चुने जा रहे गोहाईं का नाम असम के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने आगे बढ़ाया।
नरेंद्र मोदी सरकार में बहुप्रतीक्षित मंत्रिमंडलीय फेरबदल की तैयारी हो चुकी है। 20 से 22 जून के बीच यह फेरबदल हो सकता है। सरकार ने राष्ट्रपति भवन से यह जानकारी मांगी है कि 19 से 23 जून के बीच राष्ट्रपति की उपलब्धता की क्या स्थिति है। इसके कारण मंत्रिमंडल फेरबदल की संभावनाएं बढ़ गई हैं।
आईपीएल क्रिकेट में ‘चीयर्स गर्ल्स’ का आकर्षण जुड़ा होता है। इससे दर्शकों में उत्साह दुगुना होता है। इस बार आईपीएल से ज्यादा ‘चीयर्स शो’ बड़े-बड़े नेता, मंत्री, मुख्यमंत्री, अफसर, व्यापारी जोर-शोर से कर रहे हैं।
देश में खेलकूद के समक्ष चुनौतियों को स्वीकार करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खेल एवं खिलाड़ियों के प्रति सकारात्मक माहौल बनाने और रियो ओलंपिक के खिलाडि़यों को प्रोत्साहित करने की जरूरत बताई और कहा कि खेल को हार या जीत की कसौटी पर कसने की बजाए खेल भावना के साथ भारत दुनिया में अपनी पहचान बनाए। प्रधानमंत्री ने खेल मंत्री के रूप में सर्बानंद सोनोवाल के कार्यों की काफी प्रशंसा की।
सरकार ने आज बताया कि रियो ओलंपिक के लिए भारत का अब तक का सबसे बड़ा दल जाएगा जिसके वास्ते अब तक 90 खिलाड़ी इसमें हिस्सा लेने की पात्रता हासिल कर चुके हैं। रियो ओलंपिक पांच अगस्त से शुरू होने वाला है।
असम में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा और असम गण परिषद के बीच गठबंधन हो गया। दोनों ही पार्टियां राज्य में साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगी। इस बात की जानकारी असम के पूर्व मुख्यमंत्री और असम गण परिषद के नेता प्रफुल्ल कुमार महंत ने भजपा अध्यक्ष अमित शाह से दिल्ली में मुलाकात के बाद दी।
केंद्रीय खेल मंत्री सर्वानंद सोनोवाल के नेतृत्व में असम में विधानसभा चुनाव लड़ने के फैसले के बाद भाजपा नेताओं को उम्मीद है कि राज्य में पार्टी को बड़ी जीत मिल सकती है। गुरुवार को पार्टी की संसदीय दल की बैठक में सोनोवाल के नाम पर सभी नेताओं ने सहमति जताई।