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तीन वर्षीय बच्ची ने की एक अनोखी पहल

क्या आपने कभी यह सोचा है कि यातायात पुलिस वालों को बद्दुआ ‘न’ देने पर और असल में इस बात का सामना करने पर कैसा लगता है कि वे लोग किससे गुजर रहे हैं। एक तीन साल की बच्ची ‘हवा बदलो’ के नए विडियो में आपको यही सिखाती है।
तीन वर्षीय बच्ची ने की एक अनोखी पहल

यह नई दिल्ली की समरीन की असल कहानी पर आधारित है जिसने एक हेड काॅस्टेबल, सतपाल सिंह को एक मास्क दिया क्योंकि समरीन को उसकी सेहत की चिंता थी और उन्हें कुछ ऐसा देना चाहती थी जो उसे धूल और प्रदूषण से बचाए। इस तीन साल की लड़की ने जब देखा एक यातायात पुलिस वाले को किन-किन परिस्थितियों से गुजरना पड़ता है, हर प्रकार के मौसम में औप रास्ते में आने वाली हर मुसीबत में सड़क पर खड़े रहना पड़ता है, फिर चाहे वह गर्मी हो या फिर प्रदूषण, वह साथी नागरिकों की सुरक्षा के लिए खड़ा रहता है, तो वह दयालुता और मानवता का प्रतीक बन गई।

गेल इंडिया के सहयोग से इस लड़की ने अपने अभियान को आगे बढ़ाया। जिसका परिणाम रहा कि इसकी तस्वीर न केवल सोशल मीडिया में वायरल हो रही है बल्कि इसकी सराहना भी हो रही है। इस आंदोलन का लक्ष्य जागरुकता फैलाना और छोटे स्तर पर वायु के अनुकूल व्यवहार करने के लिए लोगों को प्रोत्साहित करना है जो संयुक्त रूप से बड़े स्तर पर वायु गुणवत्ता इंडेक्स पर गौर करने लायक प्रभाव डालता है।समरीन को देखने के बाद, हवाबदलो ने एक विडियो लांच किया जिसमें इस तीन साल की बच्ची की असली कहानी में एक ऐसे मामले पर विचार किया गया है जो कभी भी वहां से गुजरते हुए किसी भी अन्य व्यक्ति के दिमाग में नहीं आया, इस अभिनीत विडियो को पूरे देश में लोगों तक पहुंचाने के लिए बनाया गया है और यह देश के अनजाने नायकों की भी कुछ फिक्र करने का सुंदर संदेश दिया गया है।

एक ओर जहां यह अभियान ट्रेंड कर रहा है और लोगों की ओर से यातायात पुलिस को प्यार और देखभाल का मास्क उपहार स्वरूप दे रहा है, वहीं इसका मुख्य प्रयोजन अब भी हवा बदलना ही है। हवा बदलो गुड़गांव के स्टार्टअप सोशल क्लाउड वेंचर्स के नेतृत्व वाला एक स्वतंत्र लोगों का आंदोलन है जिनका प्रयोजन वायु गुणवत्ता स्तर को बदलना और देश को अच्छे से सांस लेने योग्य बनाना है। 

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