संबंधित विभागों की प्रतिक्रिया जानने के लिए जारी किए गए ड्राफ्ट एसओपी में अति विशिष्ट लोगों की यात्राओं से संबंधित चित्रों को आपस में जोड़ने पर रोक लगाई गई है। इन दिशानिर्देशों में प्रधानमंत्री की कवरेज से जुड़ी तस्वीरों की सॉफ्ट कॉपी जारी करने पर रोक लगाने का भी प्रस्ताव है।
उल्लेखनीय है पिछले महीने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बाढ़ प्रभावित इलाकों के सर्वे की दो तस्वीरों को आपस में मिलाने को लेकर सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के तहत आने वाले पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी) की काफी आलोचना हुई थी। हालांकि, बाद में भूल स्वीकार करते हुए पीआईबी ने तस्वीर हटा दी थी। इस मामले पर पीबीआई की ओर से जारी स्पष्टीकरण में कहा गया था कि यह निर्णय की चूक की वजह से हुआ और तस्वीर को बाद में हटा लिया गया। पीआईबी को उक्त चित्र के जारी होने का अफसोस है और असुविधा के लिए खेद है। पीआईबी की ओर से कहा गया था कि जारी की गई सात तस्वीरों में से एक में दो फोटो को आपस में मिलाने की तकनीक का इस्तेमाल किया गया है। इसे मीडिया में फोटोशॉप का कारनाम करार दिया गया और सोशल मीडिया पर इसका काफी मजाक बना था।