प्रियंका दुबे- ऑस्ट्रेलियन मीडिया भी देख ही रहा होगा की कल तक उनकी टीम को 'अनुष्का के दस देवरों से धुलवाने' वाले भारतीय कैसे आज इंडियन टीम के एक प्लेयर के ख़राब परफोर्मेंस की वजह उसकी गर्लफ्रेंड को बताते हुए उसे 'मनहूस' कह रहे हैं। अंधविश्वास और सेक्सिस्म के और बड़े झंडे गाड़ते जाओ दोस्तों ! सारी दुनिया को बता दो की हम क्रिकेट वर्ल्ड कप क्या, कहीं भी पहुंचने के लायक क्यों नहीं हैं।
अवनीश बत्ता- भारतीय टीम को शर्म आनी चाहिए। चोटी के सभी बैट्समैन को सबक सिखाना ही चाहिए।
अमित यायावर- मैंने आज युवराज सिंह को मिस किया।
हरीश मलिक - भारतीय क्रिकेटर जी-जान से लड़कर नहीं खेले..इसलिए वे बेचारे हार के बाद साउथ इंडियन क्रिकेटरों की तरह रो भी नहीं पाएंगे..क्रिकेटर ऑस्ट्रेलिया में पत्नी/प्रेमिका को साथ रखने की जंग तो जीत गए...पर ऑस्ट्रेलिया को नहीं जीत पाए....चलिए अब संडे को मैच में नहीं किसी मूवी में समय बर्बाद करने का विकल्प सभी भारतीयों के पास है....
धयानेंद्र सिंह चौहान- टीम इंडिया को कम से कम धारा 66-(A) की तो लाज रखनी ही चाहिये थी ।
घर के शीशे तो बाद में सोशल मीडिया में पहले ही लोग शुरू हो गए।
फरीद खां- मामू, देश भक्त कौन ?
मामू : जो क्रिकेट देखे।
और सच्चा देश भक्त कौन ?
मामू : जो हारने पर खिलाड़ियों को गरिया
चारू शर्मा- देख भाई- अब अनुष्का देखरही है ऑस्ट्रेलिया के तेवर, जब धुल रहे हैं उसके जेठ और देवर
शाहनवाज मलिक- अनुष्का के ढीले पड़े तेवर , न सैंया चले न देवर