दरअसल, यह सिलसिला तब शुरु हुआ जब परेश रावल ने अमरनाथ यात्रियों पर हुए आतंकी हमले के बाद ट्वीट करते हुए कहा, ‘आतंकी हमले में मारे गए अमरनाथ यात्रियों के परिवार वालों को कितना मानवाधिकार मिलेगा? क्या वो पाकिस्तान को इसका जवाब देंगे या आतंकवाद को सहानुभूति देंगे?’ इसके बाद ‘आप’ नेता प्रीति शर्मा ने रावल के इसी ट्वीट का जवाब देते हुए लिखा, ‘शर्मनाक! जब पूरे देश को आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होकर खड़ा होना चाहिए, लेकिन ऐसे निराश लोग सोचते हैं कि कैसे सरकार को दोष दें।’
प्रीति शर्मा के इस तरह के ट्विट के बाद परेश रावल ने उनके ट्वीट का जवाब देते हुए लिखा, ‘मैडम अगर मुझे आपकी राय चाहिए होगी तो आपको बता दूंगा। इसलिए तब तक प्लीज चुप रहें।’ इस पर ‘आप’ नेता ने भाजपा सांसद के ट्वीट का जवाब देते हुए लिखा, ‘सर क्या ये धमकी है? या आदेश? कौन मर गया और आपको भगवान किसने बना दिया?’
इस ट्विट के बाद आखिर में परेश रावल ने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘मैडम ये ना कोई धमकी है और ना ही कोई आदेश। बस एक सुझाव हैं। मैंने मानव अधिकारों के लिए ये ट्वीट किया। इसलिए आपका हस्तक्षेप करना अनुचित था।’
वहीं, परेश रावल और प्रीति शर्मा दोनों के बीच हुई नोकझोंक के बाद दूसरी तरफ कई यूजर्स ने भी इस पर अपनी प्रतिक्रियाएं दीं। एक यूजर ने लिखा, ‘प्रीति उन लोगों में से एक हैं जो कश्मीर में पत्थरबाजों का समर्थन करती हैं। और मानवधिकारों के तहत नाटक करती हैं। इसे कहते हैं चोर की दाढ़ी में झाड़ू।’
वहीं, एक यूजर लिखती हैं, ‘प्रीति इन दिनों फ्री हैं। उनका ब्यूटी सैलून भी बंद हो चुका है। ऐसा मुझे लगता है।’ एक ने कहा, ‘आज बाल ठाकरे की बहुत याद आती है। वो हमेशा हिंदू मिलिटेंट की बात करते थे। काश हम उनके आदेशों पर चल पाते।’
Its no threat or order ma'am but a suggestion ! I tweeted for human rights hence ur intervention was unwarranted. https://t.co/iEU7KgheR0
— Paresh Rawal (@SirPareshRawal) July 11, 2017