एमएसके प्रसाद की अध्यक्षता वाली राष्ट्रीय चयन समिति के लिये भारत के अगले पांच घरेलू टेस्ट के लिये विकेटकीपर चुनना आसान नहीं होगा।
एक ओर पार्थिव ने मुंबई जैसी दिग्गज टीम के खिलाफ 90 और 143 रन बनाकर गुजरात को रणजी खिताब दिलाया। वहीं दूसरी ओर रिधिमान चोट से उबरकर टीम में वापसी को बेताब है। रिधिमान कप्तान विराट कोहली की भी पसंद है और हाल ही में एमएस धोनी ने भी कहा था कि उन्हें पता था कि साहा अब विकेटकीपिंग के लिये तैयार हैं।
साहा के चोटिल होने से पार्थिव ने आठ साल बाद टीम में वापसी करके इंग्लैंड के खिलाफ तीन टेस्ट में दो अर्धशतक लगाये। उन्होंने पीटीआई को एक इंटरव्यू में कहा था, जो मेरे काबू में नहीं है, मैं उसके बारे में ज्यादा नहीं सोचता। मुझमें अच्छे प्रदर्शन का जुनून है और यही मेरी प्रेरणा है।
साहा ने कहा था, मैं सिर्फ अपने प्रदर्शन पर फोकस कर सकता हूं। ज्यादा से ज्यादा क्या होगा। मेरा चयन नहीं होगा तो मैं और मेहनत करके टीम में जगह बनाउंगा।
भाषा