मंगलवार को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने टीम इंडिया के हेड कोच समेत सपोर्ट स्टाफ के लिए आवेदन मांगे हैं। इसके लिए बीसीसीआइ ने शर्त भी निर्धारित कर दी है कि उसे किस तरह के उम्मीदवारों की जरूरत है। ऐसे में टीम इंडिया के मौजूदा कोच रवि शास्त्री को दोबारा से इस पद के लिए अप्लाई करना होगा।
30 जुलाई हैं अंतिम तारीख
बीसीसीआई ने जिन पदों के लिए आवेदन मांगे हैं उनमें सीनियर टीम के मुख्य कोच, बैटिंग कोच, बॉलिंग कोच, फील्डिंग कोच, फीजियो, स्ट्रेंथ एंड कंडीशनिंग कोच और एडमिनिस्ट्रेटिव मैनेजर का पद शामिल हैं। बीसीसीआई द्वारा जारी किए गए इन पदों के लिए अंतिम तारीख 30 जुलाई है। इस दिन पांच बजे तक उम्मीदवारों को दावेदारी पेश करनी होगी।
रवि शास्त्री का कार्यकाल 45 दिन तक बढ़ाया
टीम इंडिया के हेड कोच फिलहाल रवि शास्त्री हैं। वेस्ट इंडीज के तीन अगस्त से तीन सितंबर तक होने वाले दौरे के कारण इनका कार्यकाल वर्ल्ड कप के बाद 45 दिन तक बढ़ाया गया है। ये सभी नए सिरे से आवेदन कर सकते हैं। लेकिन टीम को नया ट्रेनर और फिजियो मिलना तय है क्योंकि शंकर बासु और पैट्रिक फरहार्ट भारत के वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में हार के साथ ही सहयोगी स्टाफ से हट गए थे।
शास्त्री के कार्यकाल में कोई बड़ा आईसीसी टूर्नामेंट नहीं जीत पाई है टीम
वेस्ट इंडीज दौरे के बाद भारत की घरेलू सीरीज 15 सितंबर से साउथ अफ्रीका के खिलाफ होगी। शास्त्री को अनिल कुंबले का कार्यकाल विवादास्पद परिस्थितियों में बीच में समाप्त हो जाने के बाद 2017 में मुख्य कोच नियुक्त किया गया था। यह 57 वर्षीय पूर्व कप्तान अगस्त 2014 से जून 2016 तक भारतीय टीम के निदेशक भी रहे थे। भारत ने हालांकि उनके कोच रहते हुए कोई बड़ा आईसीसी टूर्नामेंट नहीं जीता हालांकि टीम ने इस साल के शुरू में ऑस्ट्रेलिया में पहली टेस्ट सीरीज जीतकर इतिहास रचा था।
पहले नौ अंको का था क्राइटेरिया
जब रवि शास्त्री को साल 2017 में टीम इंडिया का मुख्य कोच चुना था तब नौ अंको का क्राइटेरिया तय किया था। इन्हीं मानकों पर खरे उतरने के बाद रवि शास्त्री टीम इंडिया के हेड कोच नियुक्त किए गए थे। लेकिन, इस बार बीसीसीआई ने सिर्फ तीन अंको का क्राइटेरिया तय किया है, जो हेड कोच समेत बैटिंग, बॉलिंग और फील्डिंग कोच पर भी शामिल है।
नए स्टाफ के आने तक जुड़ा रहेंगा पुराना स्टाफ
ऐसे में टीम इंडिया का जो मौजूदा कोचिंग स्टाफ को इसमें ऑटोमेटिक एंट्री मिल जाएगी। इस बात का जिक्र बीसीसीआई द्वारा जारी बयान में किया गया है। हालांकि, इसी हफ्ते टीम इंडिया के मौजूदा हेड कोच रवि शास्त्री, बैटिंग कोच संजय बांगर, बॉलिंग कोच भरत अरुण और फील्डिंग कोच आर श्रीधर का कार्यकाल खत्म हुआ है। लेकिन नए स्टाफ के आने से पहले ये पूरा स्टाफ अगले 45 दिन टीम के साथ रहेगा।
यह होनी चाहिए योग्यताएं
हेड कोच को कम से कम दो साल किसी टेस्ट प्लेइंग नेशन को कोच कराने या फिर तीन साल तक किसी ए टीम या फिर आइपीएल टीम के साथ जुड़े रहने का अनुभव होना चाहिए। उम्मीदवार को कम से कम 30 टेस्ट या 50 वनडे मैच खेलने का अनुभव होना चाहिए। यही क्राइटेरिया बैटिंग, बॉलिंग और फील्डिंग कोच के लिए भी लागू होता है। लेकिन, इन तीन पदों के लिए कम से कम 10 टेस्ट या 25 वनडे मैच खेलने का अनुभव जरूरी है और उम्र भी 60 साल से कम होनी चाहिए।