बीसीसीआई के कार्यवाहक सचिव अमिताभ चौधरी और कोषाध्यक्ष अनिरुद्ध चौधरी की ओर से वित्त वर्ष 2015-16, 2016-17 और इस साल अप्रैल से जून तक किए गए खर्चों ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
सर्वोच्च न्यायालय द्वारा नियुक्त प्रशासकों की समिति (सीओए) की एक रिपोर्ट से यह खुलासा हुआ है कि वित्त वर्ष और अप्रैल के बाद तीन माह में अमिताभ और अनिरुद्ध ने बोर्ड के कोष से क्रमश: 1.56 करोड़ और 1.71 करोड़ रुपये खर्च किए। प्रशासकों की समिति द्वारा अदालत में प्रस्तुत अपनी पांचवीं रिपोर्ट में प्रमुखों द्वारा किए गए खर्चों का विवरण दिया है, जिसमें हवाई यात्रा, यात्रा एवं दैनिक भत्ता, विदेशी मुद्रा भत्ता और अन्य खर्चे शामिल हैं।
कार्यवाहक सचिव अमिताभ ने बीसीसीआई से हवाई यात्राओं के लिए 65.04 लाख रुपये और टीए/डीए भत्ते के लिए 42.25 लाख रुपये लिए हैं। इसके अलावा, उन्होंने विदेशी मुद्रा भत्ता तथा अंर्तराष्ट्रीय स्तर पर बीसीसीआई के प्रतिनिधित्व के लिए 29.54 लाख रुपये भी लिए। अमिताभ ने होटलों और अन्य स्थानों पर रहने के लिए कुल 13.51 लाख रुपये खर्च किए हैं, जबकि बीसीसीआई की सीमा 3.93 लाख रुपये तक है। इसके अलावा उन्होंने अतिरिक्त रुप में 1.31 लाख रुपये लिए। इसके साथ ही हरियाणा के रहने वाले अनिरुद्ध की हवाई यात्राओं का खर्चा 60.29 लाख रुपये और टीए/डीए में 75.06 लाख रुपये का खर्च दिखाया गया है।
इसके अलावा, अनिरुद्ध ने विदेशी मुद्रा भत्ता में 17.64 लाख रुपये और होटलों तथा अन्य स्थानों में रहने के लिए 11.03 लाख रुपये खर्च किए। अन्य खर्चों के साथ-साथ अनिरुद्ध ने टेलीफोन से संबंधित खर्चों में 2.37 लाख रुपये खर्च किए। ऐसे में कुल खर्चा 1.71 करोड़ रुपये के आस-पास आया है। इसके विपरीत, इस चरण के दौरान बीसीसीआई के कार्यवाहक अध्यक्ष सीके खन्ना ने कुल 6.52 लाख खर्च किए हैं।