कोहली की यह पारी इस मैदान पर किसी भी बल्लेबाज की तरफ से खेली गई सबसे बड़ी पारी है। लिहाजा धर्मशाला के क्रिकेट प्रेमी चाहेंगे कि उनका चहेता बल्लेबाज विराट दोबारा अपने बल्लों से यहां धूम मचाते हुए एक और बड़ी पारी खेल न्यूजीलैंड को पस्त कर दे।
वैसे यहां टॉस जीतने वाली टीम को कोई खास फायदा नहीं मिलेगा। हिमाचल प्रदेश क्रिकेट संघ के चीफ पिच क्यूरेटर और बीसीसीआई के मैदान व पिच सदस्य सुनील चौहान ने कहा कि एक दिवसीय मैच में पूरे 100 ओवर खेले जाते हैं। ऐसे में पिच का व्यवहार एक जैसा होना चाहिए यानि किसी को फायदा या नुकसान नहीं होना चाहिए। पिच ऐसी होनी चाहिए जिसमें दूसरी बार बल्लेबाजी करने वाली टीम के लिए भी वही परिस्थिति रहे जैसे पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम के लिए रही हो।
उन्होंने कहा कि भारत बनाम न्यूजीलैंड के बीच डे-नाइट का मुकाबला होगा और इन दिनों ओस पडऩे की संभावना अधिक रहती है। हालांकि ओस पड़ने के समय तक करीब 80 प्रतिशत मैच तय हो चुका होता है कि कौन टीम जीत रही है। दूसरी टीम भी आधे से ज्यादा ओवर खेल चुकी होती है। लिहाजा ओस का इतना ज्यादा प्रभाव नहीं होगा।
वैसे ओस से निपटने के लिए हिमाचल प्रदेश क्रिकेट संघ के पास चार सुपर सोकर हैं जो कि ओस को मैदान से पूरी तरह सुखा देने में सक्षम हैं।