चैपल ने चैनल नाइन के लिए अपने कालम में लिखा, अधिकारियों को मैदानी छींटाकशी के खिलाफ कड़ा रूख अपनाना होगा। मुझे साथ ही लगता है कि आस्ट्रेलिया अंगुली उठाने की स्थिति में नहीं है। वे खुद भी दूध के धुले नहीं हैं।
उन्होंने कहा, दोनों देशों के बीच अब तक काफी छींटाकशी और आरोप लगे हैं लेकिन ऐसा इसलिए है क्योंकि काफी अच्छा और जज्बे वाला क्रिकेट खेला गया है। लेकिन प्रशासक बेवकूफ होंगे अगर वे खेल के मैदान पर इसे जारी रहने की स्वीकृति देंगे। चैपल ने कहा कि प्रशासकों के कार्रवाई नहीं करने से समस्या बढ़ रही है।
उन्होंने कहा, अगर ऐसा होता रहेगा तो समस्या बढ़ेगी। वर्षों से इसे बढ़ने दिया गया है और कोई भी इसे रोकने के लिए कदम नहीं उठा रहा। एक दिन यह मैदान पर बड़ी समस्या पैदा करेगा। पहले ही यह समय-समय पर कुछ कटुता पैदा करता रहा है। लेकिन इस श्रृंखला में अब तक के साक्ष्यों को देखते हुए किसी चरण में यह इससे काफी आगे जाएगा।
भाषा