ऑस्ट्रेलिया की क्लेयर पोलोसेक पुरुष वनडे इंटरनेशनल मैच में अंपायरिंग करने वाली पहली महिला बन गई हैं। 31 साल की क्लेयर ने आईसीसी विश्व क्रिकेट लीग डिविजन 2 के फाइनल मैच में यह उपलब्धि हासिल की है। यह मैच शनिवार को नामीबिया और ओमान के बीच खेला जा रहा है।
2016 में पहली बार की थी अंपायरिंग
31 वर्षीय क्लेयर जो महिला क्रिकेट अधिकारियों के लिए नई जमीन बना रही है, ने इससे पहले महिलाओं के 15 वनडे मैच में अंपायरिंग कर चुकी हैं। 2016 में ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका की महिला टीम के बीच हुए वनडे मैच में उन्होंने पहली बार अंपायरिंग की थी। उन्होंने पिछले साल वुमन्स टी-20 विश्व कप के सेमीफाइनल में भी अंपायरिंग की थी। वह मैच इंग्लैंड और भारत के बीच खेला गया था।
ऑस्ट्रेलिया के लिस्ट ए मैच में अंपायरिंग करने वाली पहली महिला अंपायर
वे इसके अलावा 2017 में वुमन्स वनडे विश्व कप के 4 मुकाबलों में भी अंपायरिंग की जिम्मेदारी निभा चुकी हैं। क्लेयर 2017 में ऑस्ट्रेलिया में पुरुषों के किसी क्रिकेट मैच में अंपायरिंग करने वाली पहली महिला अंपायर बनी थीं। तब उन्होंने पुरुषों के लिस्ट ए के मैच में अंपायरिंग की थी। पिछले साल दिसंबर में क्लेयर और साउथ ऑस्ट्रेलिया की एलोइस शेरीडेन ने महिला बिग बैश लीग में अंपायरिंग की थी। यह पहला मौका था जब ऑस्ट्रेलिया में प्रोफेशनल क्रिकेट में पहली बार मैच में दोनों फील्ड अंपायर महिलाएं थीं।
बाधाएं तोड़ना और जागरूकता फैलाना है उद्देश्य
पुरुष वनडे की अंपायर बनने पर क्लेयर ने कहा कि पुरुष वनडे में अंपायरिंग करने वाली पहली महिला बनकर मैं रोमांचित हूं। मैंने अंपायर के तौर पर कितना लंबा सफर तय कर लिया है। वास्तव में महिला अंपायरों को बढ़ावा देना बहुत अहम है। कोई कारण नहीं है कि महिलाएं क्रिकेट में अंपायर नहीं हो सकती हैं। यह बाधाएं तोड़ने, जागरुकता फैलाने वाला है, ताकि ज्यादा से ज्यादा महिलाएं इस भूमिका में आ सकें।
महिलाओं के लिए हैं रोल मॉडल
इससे पहले आईसीसी के सीनियर मैनेजर (अंपायर्स और रेफरी) एड्रियान ग्रिफिथ ने कहा था कि यह ऑस्ट्रेलियाई उन महिलाओं के लिए रोल मॉडल हैं, जो ऑफिशियल बनना चाहती हैं और यह साबित करती हैं कि एक बार वे सही रास्ते पर चलकर सफल हो सकती हैं और अवसर पा सकती हैं।