सर रिचर्ड ने बाम्बे हाउस में पत्रकारों से कहा, दिन-रात्रि क्रिकेट खेल का भविष्य है। मुझे लगता है कि हमने एडिलेड ओवल में न्यूजीलैंड बनाम आस्ट्रेलिया मैच में जो देखा, वह शानदार था क्योंकि इसमें काफी दर्शक थे। स्पष्ट है कि इस मैच ने दर्शकों को आकर्षित किया और मुझे लगता है कि यह टीवी के लिये भी अच्छा है।
पहला दिन-रात्रि टेस्ट मैच पिछले साल एडिलेड ओवल में न्यूजीलैंड और आस्ट्रेलिया के बीच खेला गया था, जिसमें कंगारू टीम ने किवी को तीन विकेट से पराजित किया था। हैडली को लगता है कि इस मैच के लिये इस्तेमाल की जानी वाली गुलाबी गेंद ने उम्मीद से बेहतर बर्ताव किया। उन्होंने कहा, हमने देखा कि गुलाबी गेंद टीवी पर अच्छी तरह दिखायी दी। इसने खिलाडि़यों के लिये भी उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन किया क्योंकि इस पर कुछ विवाद था कि गुलाबी गेंद अंत तक चलेगी या नहीं, या यह दिखायी देगी या नहीं। खिलाड़ी भी इसको लेकर थोड़े चिंतित थे।
हैडली ने कहा, हमने बेहतरीन मैच देखा। हालांकि यह तीन दिन में खत्म हो गया, लेकिन गेंद और बल्ले से यह अच्छा मुकाबला रहा। और आप यही चाहते हो। इसे देखना शानदार रहा। वह सिर्फ स्थान को लेकर चिंतित थे क्योंकि जहां ओस होगी, वहां इस पर कैसा असर पड़ेगा। उन्होंने कहा, जैसा मुझे दिखता है, इसके लिये एकमात्र समस्या दुनिया के कुछ क्षेत्रों में होगी, जहां ओस का असर पड़ेगा जिससे गेंद प्रभावित हो सकती है। यह क्षेत्ररक्षण कर रही टीम के लिये नुकसानदेह हो सकता है और इसमें संतुलन बिठाने के लिये कुछ करने की जरूरत है।
हैडली ने कहा, लेकिन देखिये, दक्षिण अफ्रीका ने अब आस्ट्रेलिया के खिलाफ इसे खेलने पर रजामंदी दे दी है और इसका स्थल फिर से नवंबर में एडिलेड ओवल ही होगा। हम न्यूजीलैंड में दिन-रात्रि मैच खेलने पर विचार कर रहे हैं लेकिन ऐसा करने में एक साल का समय लग सकता है। उन्हें लगता है कि यह विचार लोकप्रिय ही होगा। उन्होंने कहा, न्यूजीलैंड और आस्ट्रेलियाई पहली दो टीमें थीं, जिन्होंने इसकी शुरूआत की थी। हम इतिहास का हिस्सा हैं। मुझे लगता है कि पूरी दुनिया में यह लोकप्रिय होगा। हालांकि उन्होंने भारत और न्यूजीलैंड के बीच दिन-रात्रि टेस्ट के विचार पर कुछ नहीं कहा, जब उनकी टीम सितंबर-नवंबर में यहां आयेगी। इससे पहले घरेलू टीम के खिलाडि़यों को दूधिया रोशनी में होने वाले घरेलू दलीप टाफी टूर्नामेंट में इस तरह के हालात से रूबरू होने का मौका मिलेगा।